प्रयागराज : करीब तीन साल से प्रयागराज में कारोबार कर रही फाइनेंस कंपनी ने निवेशकों के डेढ़ करोड़ रुपये हड़प लिए (financial fraud in Prayagraj). कंपनी का मैनेजिंग डायरेक्टर ठगी के बाद प्रयागराज के शाहगंज स्थित ऑफिस को बंद कर फरार है. एसएचओ शाहगंज के मुताबिक, कंपनी ने करीब 14 निवेशकों को कम समय में पैसा दोगुना करने का झांसा देकर विभिन्न फर्जी स्कीमों में लाखों रुपये इनवेस्ट कराए थे. 26 दिसंबर 2022 को शिकायत मिलने के बाद कंपनी के चेयरमैन समेत आठ के खिलाफ दर्ज शाहगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
प्रयागराज के शाहगंज स्थित एक फर्जी फाइनेंस कंपनी (fraud finance company in Prayagraj ) के संचालकों ने निवेशकों के लगभग डेढ़ करोड़ रुपये हड़प लिए. पुलिस के मुताबिक, 8 अलग अलग कम्पनियों के जरिये निवेशकों से करोड़ो रुपये जमा कराये थे. अभी तक मिली शिकायतों के आधार पर 14 लोगों से डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी की पुष्टि हुई है. ठगी के शिकार लोगों की संख्या बढ़ सकती है. अभी ठगे गए राम लखन की शिकायत पर बीआल म्युचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड का चेयरमैन पृथ्वीपाल सेठी समेत आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
ठगी का मास्टर माइंड पृथ्वीपाल सेठी महाराष्ट्र का रहने वाला है. उसने करीब तीन साल पहले बीआल म्युचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड नाम की फाइनेंस कंपनी खोली थी. उसने कई स्कीमें शुरू कीं, जिसमें कम समय में मोटा ब्याज और रकम दोगुनी का प्रलोभन दिया गया (finance company cheated crores of rupees). पूरा मुक्ति के रहने वाले राम लखन पाल ने 2019 में इस कंपनी में 10 लाख रुपये का एक साल के लिए बतौर एफडी जमा किए थे. इसके अलावा 13 अन्य निवेशकों ने 15 से 25 लाख रुपये इन्वेस्ट किए.
ठगी का शिकार होने वाले 14 लोगों लोगों में राम लखन ने 10 लाख और शिव शंकर द्विवेदी ने 15 लाख रुपये जमा किए थे. पुरुषोत्तम कुशवाहा ने 1 लाख 94 हजार रुपये लगाए. ठगी के शिकार हुए राम मौर्य ने 18 लाख 64 हजार और अनिल कुमार ने 37 लाख 13 हजार रुपये जमा करने का दावा किया है. राम नरेश ने 2 लाख 77 हजार, शशिकांत ने 20 हजार, सुनील कुमार ने 10 लाख 35 हजार रुपये की एफडी ली थी. इसी तरह राकेश ने 10 लाख 72 हजार रुपये जमा किए थे. इस फ्रॉड में राममिलन को 1 लाख 50 हजार रुपये, कमलादेवी को 10 लाख 30 हजार, श्याम को 15 लाख और देवीदीन 16 लाख 55 हजार का झटका लगा है. इन्वेस्ट करने वाले जगदीश से 3 लाख 38 हजार रुपये की ठगी हुई.
शिकायत के अनुसार, इन लोगों ने एक साल के लिए रकम इनवेस्ट की थी. जब दिसंबर में समय पूरा हुआ तो ये सभी कंपनी में अपने रुपये लेने चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर के पास उसके ऑफिस पहुंचे. निवेशकों को जब ऑफिस में ताला लगा मिला तो उन्होंने पृथ्वीपाल सेठी को फोन किया. उसने कुछ लोगों से बात की और रुपये देने का भरोसा दिया. मगर बाद में उसने फोन उठाना बंद किया फिर उसका नंबर स्विच ऑफ हो गया. एसएचओ शाहगंज अश्विनी कुमार ने बताया कि कंपनी ने इनके अलावा और कितने निवेशकों के पैसे हड़पे हैं, इसकी जांच की जा रही है.
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