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कड़ी निगरानी के बीच जेल में रखा जा रहा है पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह - prayagraj latest news

प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है. बाहुबली के बैरक की लगातार जेल अफसरों के द्वारा निगरानी की जाती है. पूर्व सांसद की जान सुरक्षा के लिए जेल के अलग-अलग अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. धनजंय सिंह के कई विरोधी गुट के लोग भी इस जेल में बंद हैं. जिस वजह से उनकी सुरक्षा का खास ध्यान दिया जा रहा है.

नैनी सेंट्रल जेल
नैनी सेंट्रल जेल
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Published : Mar 10, 2021, 7:23 PM IST

प्रयागराज: नैनी सेंट्रल जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल में रखा गया है. धनंजय सिंह को आम बंदियों से अलग हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. जहां उनकी सिक्योरिटी के लिए जेल के सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है. बाहुबली के बैरक की लगातार जेल अफसरों के द्वारा निगरानी की जाती है. पूर्व सांसद की जान सुरक्षा के लिए जेल के अलग-अलग अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. धनजंय सिंह के कई विरोधी गुट के लोग भी इस जेल में बंद हैं. जिस वजह से उनकी सुरक्षा का खास ध्यान दिया जा रहा है. वहीं जेल के वरिष्ठ अधीक्षक पी एन पांडेय का कहना है कि जेल के सभी बंदियों की सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाता है लेकिन, उसके बावजूद पूर्व सांसद धनंजय सिंह की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सर्तकता बरती जा रही है.

5 मार्च को नैनी सेंट्रल जेल भेजा गया
जौनपुर के बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह के जमानतदार ने अपनी जमानत वापस ले ली थी. जिसके बाद उसकी जमानत वापसी की अर्जी पर सुनवाई करते हुए 5 मार्च को स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने बाहुबली पूर्व सांसद की जमानत निरस्त करते हुए जेल भेजने का आदेश दे दिया था. एमपी एमएलए कोर्ट के आदेश पर धनंजय सिंह को कोर्ट परिसर से ही पुलिस ने हिरासत में लेकर नैनी सेंट्रल जेल पहुंचा दिया.

सुरक्षा को लेकर जेल में बरती जा रही अतिरिक्त सतर्कता
नैनी सेंट्रल जेल में पहुंचने के बाद जेल अफसरों ने पूर्व सांसद की दुश्मनी और खतरे को देखते हुए उन्हें दूसरे बंदियों से अलग हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा है. जहां उस बैरक के बाहर जेल के सुरक्षा कर्मियों को भी तैनात किया गया है. जो लगातार पूर्व सांसद की निगरानी भी करते रहते हैं. इसके साथ ही उस बैरक के बाहर लगे सीसीटीवी की निगरानी भी जेल अफसरों के द्वारा समय समय पर की जाती है. जिससे बैरक के बाहर क्या चल रहा है ये भी जेल अफसर देखते रहते हैं. वहीं अब जेल के बाहर मुख्य द्वार पर भी पुलिस पीएसी की अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इसके साथ ही जेल परिसर में जाने वालों की पूरी निगरानी और पूछताछ के बाद ही किसी को जेल के मुख्य द्वार से अंदर की तरफ जाने दिया जा रहा है.

माननीयों के साथ ही माफिया और आतंकी भी बंद है
नैनी सेंट्रल जेल में प्रदेश भर के अलग अलग जेलों से भेजे गए कई शातिर अपराधी और माफिया बंद हैं. इसके अलावा मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गैंग के साथ ही पश्चिमी यूपी के कई माफियाओं के गुर्गे भी जेल में बंद हैं. प्रयागराज के फूलपुर के पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया, पूर्व विधायक उदय भान करवरिया और पूर्व एमएलसी सूरजभान करवरिया भी इसी जेल में बंद हैं. 10 फांसी के बंदियों समेत कई आतंकी भी नैनी सेंट्रल जेल में पहले से ही बंद हैं. जिस वजह से पूरे जेल परिसर में इस तरह की सुरक्षा का इंतजाम किया गया है कि परिंदा भी पर न मार सके. लेकिन उसके बावजूद पूर्व सांसद धनंजय सिंह के जेल पहुंचने के बाद उसकी अतिरिक्त निगरानी और सुरक्षा की जा रही है.

नैनी सेंट्रल जेल में है क्षमता से दोगुने बंदी
नैनी सेंट्रल जेल यूपी की सबसे सुरक्षित और पुरानी जेलों में से एक मानी जाती है. यही वजह है कि यहां पर दूसरे जिले और राज्यों से भी बंदियों को भेजा जाता है. जिस वजह से आज इस जेल में क्षमता से दोगुने बंदी हैं. दोगुने से अधिक बंदियों को जेल में रखने की वजह से भी इस जेल की सुरक्षा व्यवस्था खास ध्यान रखा जाता है. माननीयों और आतंकियों के जेल में होने की वजह से भी जेल की सुरक्षा व्यवस्था को आम जेलों के मुकाबले काफी सख्त किया गया है, लेकिन इन सबके बीच जौनपुर के पूर्व सांसद के जेल पहुंचने के बाद जेल प्रशासन ने उनकी सुरक्षा का खास इंतजाम किया है.

अजीत सिंह हत्याकांड में नाम आया था सामने
लखनऊ के चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय का नाम भी शामिल होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने उसकी तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की लेकिन, पूर्व सांसद पुलिस की पकड़ में नहीं आया. जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह को भगोड़ा घोषित करते हुए उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया. जिसके बाद धनंजय सिंह ने सुनियोजित तरीके से पुराने मुकदमे में अपनी जमानत निरस्त करवाने की अर्जी एमपी एमएलए कोर्ट में दिलवायी. उसी मामले की सुनवाई करते हुए एमपी एमएलए कोर्ट ने बाहुबली की जमानत निरस्त करते हुए जेल भेजने का आदेश दे दिया था.

प्रयागराज: नैनी सेंट्रल जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल में रखा गया है. धनंजय सिंह को आम बंदियों से अलग हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. जहां उनकी सिक्योरिटी के लिए जेल के सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है. बाहुबली के बैरक की लगातार जेल अफसरों के द्वारा निगरानी की जाती है. पूर्व सांसद की जान सुरक्षा के लिए जेल के अलग-अलग अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. धनजंय सिंह के कई विरोधी गुट के लोग भी इस जेल में बंद हैं. जिस वजह से उनकी सुरक्षा का खास ध्यान दिया जा रहा है. वहीं जेल के वरिष्ठ अधीक्षक पी एन पांडेय का कहना है कि जेल के सभी बंदियों की सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाता है लेकिन, उसके बावजूद पूर्व सांसद धनंजय सिंह की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सर्तकता बरती जा रही है.

5 मार्च को नैनी सेंट्रल जेल भेजा गया
जौनपुर के बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह के जमानतदार ने अपनी जमानत वापस ले ली थी. जिसके बाद उसकी जमानत वापसी की अर्जी पर सुनवाई करते हुए 5 मार्च को स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने बाहुबली पूर्व सांसद की जमानत निरस्त करते हुए जेल भेजने का आदेश दे दिया था. एमपी एमएलए कोर्ट के आदेश पर धनंजय सिंह को कोर्ट परिसर से ही पुलिस ने हिरासत में लेकर नैनी सेंट्रल जेल पहुंचा दिया.

सुरक्षा को लेकर जेल में बरती जा रही अतिरिक्त सतर्कता
नैनी सेंट्रल जेल में पहुंचने के बाद जेल अफसरों ने पूर्व सांसद की दुश्मनी और खतरे को देखते हुए उन्हें दूसरे बंदियों से अलग हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा है. जहां उस बैरक के बाहर जेल के सुरक्षा कर्मियों को भी तैनात किया गया है. जो लगातार पूर्व सांसद की निगरानी भी करते रहते हैं. इसके साथ ही उस बैरक के बाहर लगे सीसीटीवी की निगरानी भी जेल अफसरों के द्वारा समय समय पर की जाती है. जिससे बैरक के बाहर क्या चल रहा है ये भी जेल अफसर देखते रहते हैं. वहीं अब जेल के बाहर मुख्य द्वार पर भी पुलिस पीएसी की अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इसके साथ ही जेल परिसर में जाने वालों की पूरी निगरानी और पूछताछ के बाद ही किसी को जेल के मुख्य द्वार से अंदर की तरफ जाने दिया जा रहा है.

माननीयों के साथ ही माफिया और आतंकी भी बंद है
नैनी सेंट्रल जेल में प्रदेश भर के अलग अलग जेलों से भेजे गए कई शातिर अपराधी और माफिया बंद हैं. इसके अलावा मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गैंग के साथ ही पश्चिमी यूपी के कई माफियाओं के गुर्गे भी जेल में बंद हैं. प्रयागराज के फूलपुर के पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया, पूर्व विधायक उदय भान करवरिया और पूर्व एमएलसी सूरजभान करवरिया भी इसी जेल में बंद हैं. 10 फांसी के बंदियों समेत कई आतंकी भी नैनी सेंट्रल जेल में पहले से ही बंद हैं. जिस वजह से पूरे जेल परिसर में इस तरह की सुरक्षा का इंतजाम किया गया है कि परिंदा भी पर न मार सके. लेकिन उसके बावजूद पूर्व सांसद धनंजय सिंह के जेल पहुंचने के बाद उसकी अतिरिक्त निगरानी और सुरक्षा की जा रही है.

नैनी सेंट्रल जेल में है क्षमता से दोगुने बंदी
नैनी सेंट्रल जेल यूपी की सबसे सुरक्षित और पुरानी जेलों में से एक मानी जाती है. यही वजह है कि यहां पर दूसरे जिले और राज्यों से भी बंदियों को भेजा जाता है. जिस वजह से आज इस जेल में क्षमता से दोगुने बंदी हैं. दोगुने से अधिक बंदियों को जेल में रखने की वजह से भी इस जेल की सुरक्षा व्यवस्था खास ध्यान रखा जाता है. माननीयों और आतंकियों के जेल में होने की वजह से भी जेल की सुरक्षा व्यवस्था को आम जेलों के मुकाबले काफी सख्त किया गया है, लेकिन इन सबके बीच जौनपुर के पूर्व सांसद के जेल पहुंचने के बाद जेल प्रशासन ने उनकी सुरक्षा का खास इंतजाम किया है.

अजीत सिंह हत्याकांड में नाम आया था सामने
लखनऊ के चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय का नाम भी शामिल होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने उसकी तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की लेकिन, पूर्व सांसद पुलिस की पकड़ में नहीं आया. जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह को भगोड़ा घोषित करते हुए उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया. जिसके बाद धनंजय सिंह ने सुनियोजित तरीके से पुराने मुकदमे में अपनी जमानत निरस्त करवाने की अर्जी एमपी एमएलए कोर्ट में दिलवायी. उसी मामले की सुनवाई करते हुए एमपी एमएलए कोर्ट ने बाहुबली की जमानत निरस्त करते हुए जेल भेजने का आदेश दे दिया था.

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