प्रयागराज: कोरोना वायरस की वजह से कई महीनों से लोग अस्पताल जाने से डर रहे हैं. लोगों की इसी परेशानी को देखते हुए द्वाबा विकास उत्थान समिति ने प्रयागराज में निशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया, जिसमें मनोहर दास क्षेत्रीय नेत्र चिकित्सालय के डॉक्टरों की टीम जांच करने पहुंची. नेत्र शिविर में आंख की दिक्कतों से परेशान लोगों की भीड़ जुटी. करेली इलाके में आयोजित किए गए नेत्र शिविर में अपनी आंखें दिखाने के लिए महिलाओं-पुरुषों के साथ ही बच्चे भी पहुंचे.
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि सरकार की तरफ से नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस अभियान पूरे देश में चलाया जाता है. इसी अभियान के तहत देशभर में आंखों की जांच कर मोतियाबिंद और दूसरी बीमारियों का पता लगाया जाता है, जिससे कि मरीजों का सही समय पर इलाज कर उनकी आंखों की रोशनी को खोने से रोका जा सके.
डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि सरकार की योजना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को मोतियाबिंद और आंखों की दूसरी गंभीर बीमारियों के बारे में जागरूक किया जाए, जिससे कि समय रहते उसका इलाज कर लोगों की जिंदगी में अंधेरा होने से बचाया जा सके. इसी के तहत करेली इलाके में द्वाबा विकास उत्थान समिति की तरफ से एक निशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर अपनी आंखों की जांच करवाई.
आयोजकों के मुताबिक शिविर में 600 से ज्यादा लोगों ने पहुंचकर अपनी आंखों की जांच करवाई, जिसमें से 93 लोगों की आंख में मोतियाबिंद मिला, जिन्हें ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है. शिविर के आयोजकों का कहना है कि शिविर में मिले मोतियाबिंद मरीजों की पहचान कर ली गई है. उनकी कोरोना समेत आगे की सभी जांच करवाकर उनका अस्पताल में ऑपरेशन करवाया जाएगा. इस दौरान संस्था के लोग मरीजों की मदद करेंगे.