प्रयागराज : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी एक तरफ जहां पार्टी में लोगों को जोड़ने के लिए तमाम कवायद करने में जुटी हुई हैं. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी में नेताओं और कार्यकर्ताओं का पलायन जारी है.
प्रयागराज में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र त्रिपाठी ने पार्टी को अलविदा कहते हुए भाजपा का दामन थाम लिया. साथ ही एक पूर्व पार्षद व दो स्थानीय नेताओं ने भी सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. इसके साथ ही 2022 के चुनाव से पहले कई और नेताओं के पाला बदलने की उम्मीद है.
प्रयागराज की हंडिया और प्रतापपुर सीट से अस्सी के दशक में विधायक बनकर प्रदेश सरकार में गृह मंत्री बने थे जबकि दूसरी बार विधायक बनने पर उन्हें वन एवं पर्यावरण मंत्रालय का जिम्मा मिला था. हंडिया और प्रतापपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए राजेंद्र त्रिपाठी ने सालों कांग्रेस में रहने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया है.
लखनऊ में भाजपा जॉइन करने के बाद प्रयागराज पहुंचने पर उनका रास्ते भर स्वागत किया गया. इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने उनके घर जाकर मुलाकात कर उनका स्वागत अभिनंदन भी किया.
सालों कांग्रेस, सपा और बसपा में रहने के बाद पूर्व मंत्री को मोदी सरकार की नीतियां भाने लगी. उनका कहना है जिस वक्त मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की थी. उस वक्त कांग्रेस में होने के बावजूद उन्होंने भाजपा और मोदी सरकार की सराहना की थी. इसे लेकर पार्टी के नेताओं ने टोका भी था लेकिन जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य मोदी और योगी की जोड़ी ने शुरू किया.
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उसके बाद से ही उन्होंने भाजपा से जुड़ना तय कर लिया. भाजपा में शामिल होने के बाद प्रयागराज पहुंचने पर पूर्व मंत्री ने कहाकि पहले वो भाजपा के नारों को सुनकर हंसते थे और मजाक उड़ाते थे. लेकिन जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू किया गया, तभी से उन्होंने भाजपा से जुड़ने का फैसला कर लिया. उन्होंने लखनऊ में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.
पूर्व मंत्री के बीजेपी में शामिल होने से मिलेगा लाभ
कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद राजेन्द्र त्रिपाठी का स्वागत किया गया. साथ ही भाजपा के नेताओं का कहना है कि पूर्व मंत्री के बीजेपी में शामिल होने से गंगापार इलाके में भाजपा को मजबूती मिलेगी. साथ ही पूर्व मंत्री ब्राह्मण मतदाताओं को भी भारतीय जनता पार्टी से जोड़ने का काम जिले के साथ ही प्रदेश की तमाम सीटों पर करेंगे. उनके पार्टी में शामिल होने से न सिर्फ बीजेपी के प्रति ब्राह्मणों को जोड़ा जा सकता है बल्कि उनके राजनीतिक अनुभव का लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिलेगा.
कांग्रेस ने कहा, पूर्व मंत्री के जाने से कोई नुकसान नहीं
कांग्रेस का हाथ छोड़कर पूर्व मंत्री के भाजपा में शामिल होने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभय अवस्थी ने कहाकि इससे पार्टी का कोई नुकसान नहीं होगा. उनका कहना है कि राजेंद्र त्रिपाठी कांग्रेस के अलावा सपा और बसपा में भी रह चुके हैं. अब भाजपा में शामिल होकर उन्होंने राजनीतिक रूप से चार धाम कर लिया है.
उनके कांग्रेस से जाने का पार्टी को कोई खास नुकसान नहीं होने वाला है क्योंकि उनका प्रभाव सिर्फ एक ही विधानसभा तक सीमित रहा है. पिछले चुनावों में कोई खास काम भी वो नहीं कर सके थे. इसलिए कांग्रेस से जाने का पार्टी पर कोई खास प्रभाव पड़ने वाला नहीं है.