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पूर्व सांसद ने दलित परिवार हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की, जानें और क्या कहा..

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Published : Nov 30, 2021, 9:13 PM IST

प्रयागराज में पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले मंगलवार को प्रयागराज पहुंचीं. प्रयागराज में 25 नवंबर को दलित परिवार की हत्या के मामले में पीड़ितों से मिलने उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया.

पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले
पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले

प्रयागराज : समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले मंगलवार को प्रयागराज पहुंची. प्रयागराज में 25 नवंबर को दलित परिवार की हत्या के मामले में पीड़ितों से मिलने उनके घर गईं.

इस दौरान पूर्व सांसद ने पुलिस के किये गए खुलासे पर भी सवाल खड़े करते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही इलाके के जिस दलित युवक को पुलिस ने घटना का मास्टर माइंड बताया है, पूर्व सांसद ने उसे राजनीतिक दबाव में पुलिस द्वारा फंसाने का आरोप लगाया है.

पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले
सावित्री बाई फुले ने कहा कि दलित और कमजोर को उनका हक दिलवाने के लिए उन्होंने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है. दावा किया कि सपा के साथ मिलकर उनकी पार्टी भाजपा के विजय रथ को रोकने का काम करेगी.

उनका कहना है कि वर्तमान सरकार में दलितों का उत्पीड़न किया जा रहा है. सरकार गरीबों पर अत्याचार कर रही है. यही नहीं उनका कहना है कि कांशीराम के सपनो को सच करने के लिए ही समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है. सपा और कांशीराम बहुजन मूल निवासी पार्टी मिलकर प्रदेश में चुनाव लड़ेगी, जिसका असर 2022 के विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा.

गौरतलब है कि प्रयागराज में 25 नवंबर को दलित परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले में राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है. घटना के पांच दिन बाद दलितों के नाम पर राजनीति करने वाली पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले प्रयागराज के फाफामऊ इलाके में मृतकों के घर पहुंची.

इसे भी पढ़ेः दलितों पर अत्याचार हो तो संविधान दिवस मनाने का क्या औचित्य : प्रियंका

आरोप लगाया कि सरकार के दबाव में पुलिस ने नामजद आरोपियों की जगह एक सजातीय युवक को ही घटना का आरोपी बना दिया. हालांकि पुलिस के खुलासे में आरोपी के खिलाफ कई ऐसे साक्ष्य मिले जो उसे घटना का आरोपी बनाने के लिए पर्याप्त थे.

प्रयागराज के फाफामऊ इलाके के गोहरी मोहनगंज गांव में फूल चंद्र, उसकी पत्नी और बेटा-बेटी की हत्या कर दी गयी थी. दिल दहला देने वाली इस घटना में आरोपी ने हत्या से पहले युवती के साथ रेप भी किया था. इस वारदात के बाद मृतक फूलचंद्र के भाई की तरफ से गांव के 11 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया था.

नामजद आरोपियों से फूलचंद्र के भाई की रंजिश चल रही थी. हालांकि पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल के बाद मामले में इलाके के ही एक युवक को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया.

पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने बताया कि कांशीराम बहुजन मूल निवासी पार्टी का गठन किया है. पूर्व सांसद का यह भी आरोप है कि दलित परिवार की हत्या के बाद जिस तरह से पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ आक्रोश दिखने लगा था, उसी के बाद पुलिस ने जांच में नामजद की जगह दूसरे दलित युवक को आरोपी बनाकर उसके खिलाफ कार्रवाई की.

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प्रयागराज : समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले मंगलवार को प्रयागराज पहुंची. प्रयागराज में 25 नवंबर को दलित परिवार की हत्या के मामले में पीड़ितों से मिलने उनके घर गईं.

इस दौरान पूर्व सांसद ने पुलिस के किये गए खुलासे पर भी सवाल खड़े करते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही इलाके के जिस दलित युवक को पुलिस ने घटना का मास्टर माइंड बताया है, पूर्व सांसद ने उसे राजनीतिक दबाव में पुलिस द्वारा फंसाने का आरोप लगाया है.

पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले
सावित्री बाई फुले ने कहा कि दलित और कमजोर को उनका हक दिलवाने के लिए उन्होंने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है. दावा किया कि सपा के साथ मिलकर उनकी पार्टी भाजपा के विजय रथ को रोकने का काम करेगी.

उनका कहना है कि वर्तमान सरकार में दलितों का उत्पीड़न किया जा रहा है. सरकार गरीबों पर अत्याचार कर रही है. यही नहीं उनका कहना है कि कांशीराम के सपनो को सच करने के लिए ही समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है. सपा और कांशीराम बहुजन मूल निवासी पार्टी मिलकर प्रदेश में चुनाव लड़ेगी, जिसका असर 2022 के विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा.

गौरतलब है कि प्रयागराज में 25 नवंबर को दलित परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले में राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है. घटना के पांच दिन बाद दलितों के नाम पर राजनीति करने वाली पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले प्रयागराज के फाफामऊ इलाके में मृतकों के घर पहुंची.

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आरोप लगाया कि सरकार के दबाव में पुलिस ने नामजद आरोपियों की जगह एक सजातीय युवक को ही घटना का आरोपी बना दिया. हालांकि पुलिस के खुलासे में आरोपी के खिलाफ कई ऐसे साक्ष्य मिले जो उसे घटना का आरोपी बनाने के लिए पर्याप्त थे.

प्रयागराज के फाफामऊ इलाके के गोहरी मोहनगंज गांव में फूल चंद्र, उसकी पत्नी और बेटा-बेटी की हत्या कर दी गयी थी. दिल दहला देने वाली इस घटना में आरोपी ने हत्या से पहले युवती के साथ रेप भी किया था. इस वारदात के बाद मृतक फूलचंद्र के भाई की तरफ से गांव के 11 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया था.

नामजद आरोपियों से फूलचंद्र के भाई की रंजिश चल रही थी. हालांकि पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल के बाद मामले में इलाके के ही एक युवक को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया.

पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने बताया कि कांशीराम बहुजन मूल निवासी पार्टी का गठन किया है. पूर्व सांसद का यह भी आरोप है कि दलित परिवार की हत्या के बाद जिस तरह से पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ आक्रोश दिखने लगा था, उसी के बाद पुलिस ने जांच में नामजद की जगह दूसरे दलित युवक को आरोपी बनाकर उसके खिलाफ कार्रवाई की.

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