प्रयागराज: प्रयागराज रेंज के चार जिलों में पुलिस (Police) और आबकारी विभाग (Excise Department) की सख्ती का असर दिखने लगा है. अवैध शराब (Illegal Liquor) के खिलाफ अप्रैल महीने से छेड़े गए अभियान (Campaign) की वजह से इन जिलों में आबकारी विभाग की आय बढ़ गई. मई 2020 और 2019 के मुकाबले बीते माह की कमाई सबसे ज्यादा रही. इसके साथ ही पुलिस अवैध शराब के कारोबार में लिप्त माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है.
प्रयागराज रेंज के आईजी केपी सिंह (IG KP Singh) का कहना है कि अप्रैल महीने की शुरुआत से रेंज के चारों जिले में पुलिस और आबकारी विभाग लगातार अवैध शराब के खिलाफ अभियान चला रहा है, जिसके तहत अवैध शराब बनाने और बेचने वालों का पता लगा कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई, जिसका नतीजा है कि प्रयागराज के साथ ही रेंज के जिले प्रतापगढ़ (Pratapgarh), कौशांबी (Kaushambi) और फतेहपुर (Fatehpur) जिले में अवैध शराब का कारोबार (Illegal Liquor Business) ठप हो चुका है, जिस वजह से अवैध शराब की बिक्री बंद हो गई और उसी का नतीजा है कि आबकारी विभाग की कमाई बढ़ गई है.
शराब माफियाओं के खिलाफ चल रहा अभियान
दो महीने के अभियान के दौरान प्रयागराज के साथ ही प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर में अवैध शराब के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इस दौरान 594 मुकदमे दर्ज करने के साथ ही 655 अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए 60 हजार 403 लीटर अवैध शराब बरामद की गई. इस कार्रवाई में सबसे ज्यादा 238 मुकदमे प्रयागराज में और सबसे कम 48 केस प्रतापगढ़ में दर्ज हुए हैं, जबकि फतेहपुर में 191 तो कौशाम्बी जिले में 117 मुकदमे दर्ज हुए हैं. साथ ही प्रयागराज में 278, फतेहपुर में 200, कौशाम्बी में 119 और प्रतापगढ़ में 58 अभियुक्त पकड़े गए.
अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाने से बढ़ी बिक्री
मई 2020 में चारों जिले में 80 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी. वहीं मई 2021 में यह बढ़कर 120 करोड़ के पार हो गई. यही नहीं, अप्रैल 2021 में शराब बिक्री का आंकड़ा 2019 के मुकाबले 37 फीसदी तक अधिक है. अप्रैल 2020 में लॉकडाउन की वजह से दुकानें बंद थींं. आईजी रेंज केपी सिंह (IG Range KP Singh) का कहना है कि अप्रैल महीने से जब से अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ साझा अभियान चलाया जा रहा है तब से लाइसेंसी दुकानों की बिक्री बढ़ गई है, क्योंकि जब मार्केट में अवैध शराब बनाने और बेचने पर शिकंजा कसा जाएगा तो निश्चित लोग लाइसेंसी दुकानों से ही शराब लेंगे.इसी वजह से जब से शराब के अवैध कारोबार पर रोक लगायी गयी है तभी से शराब की बिक्री बढ़ने की वजह से आबकारी विभाग का राजस्व बढ़ा है.
इस अभियान के तहत चारों जिले के शराब माफियाओं का पता लगाकर उन पर इनाम घोषित कर उनकी गिरफ्तारी की गई, जिसमें प्रतापगढ़ से एक लाख के इनामी गुड्डू सिंह उर्फ संजय के अलावा 25 हजार के दो इनामी शराब माफियाओं को पकड़ा गया. वहीं प्रयागराज से भी 15 हजार के एक इनामी शराब माफिया को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
लाइसेंसी दुकानों की भी की गई चेकिंग
बीते साल प्रयागराज में फूलपुर इलाके में देशी शराब के ठेके से ही अवैध शराब की बिक्री होने पर आधा दर्जन लोगों की जान चली गई थी. यही वजह है कि इस बार के अभियान में पुलिस और आबकारी के साथ ही राजस्व विभाग की टीम भी मौजूद रही. इन टीमों के साझा अभियान में चारों जिले में लाइसेंसी दुकानें भी चेक की गई, जिसमें प्रयागराज की 558 दुकानें, कौशाम्बी की 146 दुकानें, फतेहपुर की 458 दुकानें और प्रतापगढ़ की 159 दुकानों की जांच की गई. इस दौरान फतेहपुर में 10 दुकानों में दूसरे ब्रांड की शराब पाए जाने के अलावा खामियां मिलने पर उन्हें सीज किया गया है.
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मिलावट करने वाले लोगों को नहीं मिलेगा कोटा
शराब की दुकानों के आवंटन के दौरान अब इस बात का खास ध्यान दिया जा रहा है कि आपराधिक किस्म के लोगों को दुकानों का लाइसेंस न मिले. इसके साथ ही जिन लोगों के खिलाफ आबकारी विभाग को मिलावटी व अवैध शराब के कारोबार में लिप्त होने की शिकायत मिली है, उन्हें भी दुकानों का लाइसेंस नहीं दिया जाएगा.