प्रयागराजः छोटी नदियां, ताल-तलैया बचाओ अभियान विषय पर प्रयागराज की ससुर खदेरी नदी के संरक्षण पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने अपने शिविर में आयोजित किया. गोष्ठी में संबोधित करते हुए कहा कि छोटी-छोटी नदी और ताल-तलैया में भारतीय नागरिकों की आत्मा हैं. हमें नदियों की रक्षा के लिए आगे आना होगा. नागरिकों का कर्तव्य है कि आगे बढ़कर नदी और तालाबों को पुनर्जीवित करें.
![ससुर खदेरी नदी संरक्षण संवाद कार्यक्रम.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-pra-06-maghmela-riversave-seminar-pic-up10046_24022021214558_2402f_1614183358_53.jpg)
रिवरमैन ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा ससुर खदेरी नदी नाला नहीं नदी है. उसे बचाने के लिए हर नागरिक को संकल्प लेना होगा. लुप्त होती ससुर खदेरी एवं तालाबों पर आगामी अभियान पर परिचर्चा में भाग लेते हुए प्राचार्य कौंधियारा डिग्री कॉलेज डॉ. मणि शंकर द्विवेदी ने कहा ससुर खदेरी सहित गांव के तालाब लुप्त हो रहे है. उसके जिम्मेदार हम सब नागरिक हैं.
ससुर खदेरी नदी के किनारे के निवासी एडवोकेट लेखराज सिंह ने कहा बचपन में नदियों में नौका विहार का आनंद लेते थे. मेरा गांव ससुर खदेरी नदी दो तरफ से घिरा हुआ था. भू-माफिया ने नदियों को पाटकर नाला बना दिया है. अब पानी ही नही रह गया.
दिनेश तिवारी ने कहा कि शहर पश्चिमी के सभी 12 गांव में चौपाल लगा कर जनजागरण किया जाएगा. 5 विकास खण्ड क्षेत्र के 80 किलोमीटर में बसे लगभग 100 गांव वासियों को जनजागृति कर ससुर खदेरी नदी को पुनर्जीवित कर नया आयाम स्थापित करेंगे.