ETV Bharat / state

मौनी अमावस्या पर आस्था की डुबकी लगाने उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

माघ मेले में मौनी अमावस्या स्नान को लेकर मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालु संगमघाट पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं.

etv bharat
मौनी अमावस्या पर श्रद्धालु लगा रहे हैं आस्था की डुबकी.
author img

By

Published : Jan 24, 2020, 11:04 AM IST

Updated : Jan 24, 2020, 3:02 PM IST

प्रयागराज: माघ मेले में मौनी अमावस्या स्नान को लेकर मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालु संगमघाट पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. वहीं दूर-दराज से आने वाले भक्त एक-दूसरे का हाथ पकड़े संगम नोज तक पहुंच रहे हैं. संगम क्षेत्र में बने सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का जन सैलाब देखने को मिल रहा है.

मौनी अमावस्या पर श्रद्धालु लगा रहे हैं आस्था की डुबकी.
श्रद्धालु लगा रहे हैं आस्था की डुबकीमाघ मेले में बसे कल्पवासी और देश के अलग-अलग कोने से आने वाले श्रद्धालु विधि विधान से गंगा में स्नान कर रहे हैं. परमहंस योगी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा संगम नोज पर देखने को मिल रहा है. आज के दिन गंगा में स्नान करने से सभी कष्टों का निवारण होता है और मन में खुशी की अनुभूति होती है. मौनी अमावस्या स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है, इसलिए देश के अलग-अलग कोने से श्रद्धालु तीर्थ प्रयागराज पहुंचते हैं.हरियाणा करनाल से पूरे परिवार के साथ आये श्रद्धालु ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस बार भी वह मौनी अमावस्या पर संमग स्नान करने के लिए आये हैं. आज के दिन स्नान करने से शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है. वहीं श्रद्धालु आशा ने बताया कि वह पिछले आठ सालों से मौनी अमावस्या पर स्नान करने आ रही हैं. यहां आने से जीवन में शान्ति की अनुभूति होती है.

प्रयागराज: माघ मेले में मौनी अमावस्या स्नान को लेकर मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालु संगमघाट पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. वहीं दूर-दराज से आने वाले भक्त एक-दूसरे का हाथ पकड़े संगम नोज तक पहुंच रहे हैं. संगम क्षेत्र में बने सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का जन सैलाब देखने को मिल रहा है.

मौनी अमावस्या पर श्रद्धालु लगा रहे हैं आस्था की डुबकी.
श्रद्धालु लगा रहे हैं आस्था की डुबकीमाघ मेले में बसे कल्पवासी और देश के अलग-अलग कोने से आने वाले श्रद्धालु विधि विधान से गंगा में स्नान कर रहे हैं. परमहंस योगी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा संगम नोज पर देखने को मिल रहा है. आज के दिन गंगा में स्नान करने से सभी कष्टों का निवारण होता है और मन में खुशी की अनुभूति होती है. मौनी अमावस्या स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है, इसलिए देश के अलग-अलग कोने से श्रद्धालु तीर्थ प्रयागराज पहुंचते हैं.हरियाणा करनाल से पूरे परिवार के साथ आये श्रद्धालु ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस बार भी वह मौनी अमावस्या पर संमग स्नान करने के लिए आये हैं. आज के दिन स्नान करने से शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है. वहीं श्रद्धालु आशा ने बताया कि वह पिछले आठ सालों से मौनी अमावस्या पर स्नान करने आ रही हैं. यहां आने से जीवन में शान्ति की अनुभूति होती है.
Intro:प्रयागराज: मौनी अमावस्या को लेकर माघ मेला में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, ब्रह्म मुहूर्त से स्नान शुरू

7000668169

प्रयागराज: माघ मेले में मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही संगमघाट पर आस्था की डुबकी लगाना शुरू है. दूर-दराज से आने वाले भक्त एक दूसरे का हाथ पकड़े संगम नोज तक पहुंच रहे हैं. भक्ति और एक भाव के साथ श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. मौनी अमावस्या स्नान करने के बाद श्रद्धालु अपने-अपने घर के लिए रवाना हो रहे हैं. संगम क्षेत्र में बने सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिल रहा है.


Body: श्रद्धालु लगा रहे हैं आस्था की डुबकी

माघ मेले में बसे कल्पवासी और देश के अलग-अलग कोने से आने वाले श्रद्धालु विधिविधान से गंगा में स्नान कर रहे हैं. परमहंस योगी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह से श्रद्धालुओं जमावड़ा संगम नोज पर देखने को मिल रहा है. आज के दिन गंगा में स्नान करने से सभी कष्टों से निवारण होता है. इसके साथ ही मन मे खुशी की अनुभूति होती है. मौनी अमावस्या स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है इसलिए देश के अलग-अलग कोने से श्रद्धालु तीर्थ राज प्रयाग पहुंचते हैं और आस्था की डुबकी लगाते हैं.


Conclusion:हरियाणा करनाल से पूरे परिवार के साथ आये श्रद्धालु ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस बार भी मौनी अमावस्या पर संमग स्नान करने के लिए आये हैं. आज के दिन स्नान करने से शारिरिक और पारिवारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है. श्रद्धालु आशा ने बताया कि पिछले आठ सालों से हम संगम आते हैं और मौनी अमावस्या पर स्नान करते हैं. यहां आने से जीवन मे शान्ति की अनुभूति होती है.


बाईट-1-परमहंस योगी, महराज
बाईट-2-आशा शर्मा, श्रद्धालु
Last Updated : Jan 24, 2020, 3:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.