प्रयागराजः मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ बराबर संगम क्षेत्र की तरफ बढ़ रही है. सुबह आठ बजे तक प्रशासन के अनुमान के मुताबिक, 40 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगा ली है. अनुमान है की शुक्रवार देर शाम तक एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे.
रात दो बजे से ही संगम में लग रही डुबकी
श्रद्धालुओं की संगम की तरफ बढ़ती भीड़ को देखते हुए मेला प्रशासन और पुलिस के जवान घाटों पर मौजूद होकर बराबर लोगों को घाट छोड़ने की सलाह दे रहे हैं, जिससे आने वाले स्नानार्थियों को स्नान करने का मौका मिले. बता दें कि मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त रात दो बजे से ही शुरू हो गया था, जिसके चलते दो दिन पहले से संगम क्षेत्र पहुंचे श्रद्धालु रात में ही डुबकी लगाना शुरू कर दिए थे.
बनाए गए हैं 20 स्नान घाट
आस्था के सैलाब को देखते हुए प्रशासन ने सभी स्नान घाटों पर पुख्ता इंतजाम किए हैं. स्नान घाटों पर बैरिकेडिंग लाइन के साथ-साथ जल पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है. आने वाला हर श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा सके इसके लिए संपूर्ण मेला क्षेत्र में 20 स्नान घाट बनाए गए हैं, जहां पर श्रद्धालु सुबह से डुबकी लगा रहे हैं.
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मौनी अमावस्या पर स्नान करने से चारों पुरुषार्थ की होती है प्राप्ति
संगम तट पर पहुंचने वाले मार्गों, काली सड़क, लाल सड़क, त्रिवेणी रोड, मोरी मार्ग और संगम लोहमार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने लायक है. चारों तरफ श्रद्धालुओं के सिर्फ सिर ही सिर नजर आ रहे हैं. बता दें कि इस महत्वपूर्ण स्नान पर्व के मद्देनजर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आकर आस्था की डुबकी लगाते हैं. मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर मौन होकर स्नान किया जाता है, जिससे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष चारों पुरुषार्थों का मार्ग प्रशस्त होता है.