प्रयागराजः अलोपी बाग स्थित जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के आश्रम में शनिवार को श्रीराम मंदिर निर्माण समर्पण निधि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर के लिए जन सहयोग से तीन करोड़ रुपये ट्रस्ट को सौंपे. यहां उन्होंने कहा कि अयोध्या में बनने वाला भव्य राम मंदिर राष्ट्र का मंदिर है. यह जन-जन के सहयोग से बन रहा है.
गर्व से कहेंगे, यह मेरा मंदिर हैः उपमुख्यमंत्री
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज से चार-पांच हजार वर्ष बाद जब आने वाली पीढ़ियां भव्य रामलला मंदिर का दर्शन करेंगी तो वह गर्व से कहेंगे कि यह मेरा मंदिर है. इसमें हमारे पूर्वजों ने अपने अथक प्रयास और योगदान से इसका निर्माण किया है.
'राम मंदिर के लिए भक्तों ने किया संघर्ष'
इस अवसर पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भव्य रामलला तीर्थ स्थल के लिए जिस तरह से राम भक्तों ने संघर्ष किया अब उसके निर्माण के लिए इस जन समर्पण कार्यक्रम में अपना योगदान दे रहे हैं. वह सच में अपने को सौभाग्यशाली समझें.
उपमुख्यमंत्री ने दिया तीस महीने का वेतन
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने घोषणा करते हुए बताया कि बलराम लला मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट को हमारे 30 महीने का वेतन जो लगभग 11 लाख से अधिक है, उसकी सहयोग राशि हम समर्पित कर रहे हैं. साथ ही लोक निर्माण विभाग के द्वारा भी लोगों ने जनभागीदारी से आज तक एक करोड़ एक लाख की धनराशि राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट को समर्पित की है. आज हुए जन समर्पण निधि आयोजन में उपस्थित जनभागीदारी से लगभग तीन करोड़ के रुपए की धनराशि ट्रस्ट को समर्पित की जा रही है.
मंदिर के लिए 500 साल किया संघर्षः चंपत राय
कार्यक्रम में मौजूद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव व विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर श्रीराम के जन्म स्थान का मंदिर है. जिसके पीछे की कुछ विकृतियों ने इसे वास्तविक स्थिति में लाने के लिए 500 साल का संघर्ष करना पड़ा. यही नहीं भारत सरकार ने इसे 'हिस्टोरिकल प्लेस' के रूप में घोषित किया है. वह ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी यह स्थान महत्वपूर्ण है.
भव्य होगा राम मंदिर
विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से अपील की कि रामलला के निर्माण में संघ समर्पण निधि के माध्यम से भव्य तीर्थ का निर्माण करा रहा है इसमें आप सबकी भूमिका अहम है. कार्यक्रम के अंत में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने अपना संबोधन में कहा कि लोगों के समर्पण भाव से आने वाली निधि से भव्य रामलीला का निर्माण होगा. साथ ही इसकी कुछ धनराशि बचाकर भी रखी जाए. ताकि आने वाले समय में किसी अन्य से आवश्यकता न पड़े.