प्रयागराज: संगम नगरी में इन दिनों डेंगू का आतंक (dengue terror in Prayagraj ) जारी है. इसके रोकथाम की तमाम कोशिशों के बावजूद लगातार लोग चपेट में आ रहे हैं. यहीं कारण है कि इसके कहर से आरएसएस की चार दिवसीय कार्यकारी मंडल की बैठक भी अछूती नहीं रह सकी है और कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे तीन लोग डेंगू का शिकार हो गए.
दरअसल, प्रयागराज में दूर घूरपुर थाना क्षेत्र (Ghurpur police station area) के गौहनियां इलाके में स्थित निजी कॉलेज में आरएसएस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें शामिल होने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत 12 अक्टूबर को ही जनपद पहुंच गए थे. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 4 सौ से अधिक लोग देश के अलग-अलग स्थानों से आए हुए थे. साथ ही कार्यकम के आयोजन से जुड़े तमाम लोग भी 16 अक्टूबर से पहले ही यहां डेरा डाल चुके थे. वहीं, इन दिनों संगम नगरी प्रयागराज में डेंगू के बढ़ते प्रकोप का असर आरएसएस के इस कार्यक्रम तक पहुंच गया, जिसके बाद कार्यक्रम स्थल पर बीमारों में डेंगू के लक्षण मिलने के बाद उन्हें इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल भेजा गया. जहां पर पांच में से तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जिनका इलाज जारी है. जबकि दो लोगों के बुखार में राहत मिलने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. मोती लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एस पी सिंह का कहना है कि आरएसएस के कार्यक्रम से आए तीन मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले हैं. लेकिन लगातार जारी इलाज के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.
सरकारी आंकड़ों में मरीजों की संख्या कम
प्रयागराज में इन दिनों डेंगू के मरीज तेज रफ्तार से मिल रहे हैं. सरकारी आंकड़ों में मरीजों की संख्या अभी तक सिर्फ 5 सौ के पार ही हुई है. जबकि सरकारी अस्पतालों में एक तरफ जहां डेंगू वार्ड में बेड बढ़ाने पड़ रहे हैं. वहीं, प्राइवेट अस्पतालों में भी बेड की कमी होने लगी है. डेंगू के बढ़ते मरीजों की वजह से जिले में पेल्टलेट्स के लिए हाय तौबा मची हुई है. डेंगू मरीजों के परिजनों को कई तरह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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