प्रयागराजः संगम नगरी में कोरोना संक्रमण कहर बरपा रहा है. इस महामारी से निपटने के लिए कोई चिकित्सा व्यवस्था न होने की वजह से यहां लगातार मौतें हो रही हैं. अगर प्रयागराज में एम्स की स्थापना हो जाए तो प्रयागराज सहित आस-पास के 20 जिलों को इसका लाभ मिल सकता है. विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पत्र के माध्यम से एक एम्स की मांग की है.
एमएलसी बासुदेव ने पत्र के माध्यम से प्रयागराज की महत्ता को दर्शाते हुए लिखा कि इस माटी ने उच्चकोटि के राजनीतिक, शिक्षाविद, न्यायविद और प्रशासनिक अधिकारी देश सेवा में दिए हैं. प्रदेश और देश की सरकार यहां पर आयोजित होने वाले सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुम्भ में सहयोग करके अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकृष्ट करती है. कुम्भ के दौरान गंगा जमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम की रेती पर विश्व का सबसे बड़ा शहर बसा है. जिसकी ख्याती पूरे देश और प्रदेश को मिलती है. विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से निवेदन करते हुए कहा है कि प्रयागराज की महत्ता और आवश्यकता को देखते हुए यहां पर एम्स की स्थापना की जाए. यहां के लोगों की भी एम्स स्थापना की मांग है. समाजवादी पार्टी महानगर प्रवक्ता सैयद मोहम्मद अस्करी के अनुसार विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने अपने पत्र में हण्डिया में ग्राम सभा की 163 एकड़ ज़मीन पर प्रस्ताव तैयार करके तत्कालीन कमिश्नर देवेश चतुर्वेदी और मुख्य चिकित्साधिकारी प्रयागराज के प्रस्ताव से शासन को स्वीकृति हेतु भेजा है. हालांकी ये भी पता चला है कि अभी तक इस प्रस्ताव और परियोजना पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
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