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Prayagraj Magh Mela: छुट्टी लेकर छत्तीसगढ़ के आईएएस माघ मेले में सुना रहे रामकथा, उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ - IAS Dr Ashok Chaturvedi

छत्तीसगढ़ के रायपुर में जॉइन्ट कमिश्नर के पद पर तैनात डॉ. अशोक चतुर्वेदी छुट्टी लेकर माघ मेले में रामकथा सुना रहे हैं. यूपी किन्नर कल्याण बोर्ड (UP Kinnar Welfare Board) की सदस्य कौशल्यानंद गिरी ने शिविर में पहुंचकर इनका सम्मान किया.

रायपुर में जॉइन्ट कमिश्नर के पद पर तैनात आईएएस अधिकारी डॉ अशोक चतुर्वेदी
रायपुर में जॉइन्ट कमिश्नर के पद पर तैनात आईएएस अधिकारी डॉ अशोक चतुर्वेदी
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Published : Feb 3, 2023, 8:16 PM IST

रायपुर में जॉइन्ट कमिश्नर के पद पर तैनात आईएएस अधिकारी डॉ अशोक चतुर्वेदी राम कथा सुनाते हुए.

प्रयागराज: संगम नगरी माघ मेला में एक पंडाल ऐसा है, जहां छत्तीसगढ़ के आईएएस नौकरी से छुट्टी लेकर कथा सुना रहे हैं. छत्तीसगढ़ के रायपुर में ज्वाइंट कमिश्नर पद पर तैनात डॉ. अशोक चतुर्वेदी संगम तट पर दो दिन तक राम कथा सुनाएंगे. इनकी रामकथा सुनने के लिए तमाम लोगों के साथ ही किन्नर भी पहुंच रहे हैं. राम कथा के जरिये किन्नर समाज का उत्थान करने के विषय पर वह कथा सुना रहे हैं. वहीं, किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरी ने रामकथा में पहुंचकर कथा वाचक आईएएस अधिकारी का स्वागत व सम्मान किया.

पिता की इच्छा पूरी करने के लिए पहली बार सुनाई रामकथाः छत्तीसगढ़ के रायपुर में पंचायती एवं ग्रामीण विकास विभाग में संयुक्त आयुक्त डॉ. अशोक चतुर्वेदी अब कथा वाचक डॉ. अशोक हरिवंश के नाम से जाना जा रहा है. डॉ. अशोक चतुर्वेदी कार्य से छुट्टी लेकर राम कथा सुनाने में लग गए हैं. उनका कहना है कि उनके पिता ने इच्छा जतायी थी कि वो उनके मुंह से राम कथा सुनना चाहते हैं. जिसके बाद उन्होंने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए राम कथा सुनायी. एक बार पिता को रामकथा सुनाने के दौरान उनके ऊपर प्रभु राम की ऐसी कृपा बनी कि उनका मन राम में ही रम गया. जिसके बाद उन्होंने रामकथा पढ़ने में कुछ समय बिताया. इसके बाद वह धीरे धीरे लोगों को कथा सुनाने लगे. उनकी कथा सुनाने की शैली लोगों को ऐसी भाने लगी कि लोग उनके मुंह से राम कथा सुनने के लिए पहुंचने लगे हैं. संगम नगरी माघ मेला में लोगों को राम कथा सुनाने के लिए उन्होंने नौकरी से छुट्टी भी ले ली है.


किन्नर के राम विषय पर कथा सुनने जुटा किन्नर अखाड़ाः राम कथा के जरिये डॉ. अशोक प्रभु श्री राम की महिमा को अपने अंदाज में लोगों को सुनाते हैं. इसके साथ ही रामायण काल में राम के जीवन में रामायण काल के दौरान किन्नरों की भूमिका का भी विस्तार से वर्णन करते हैं. वो बताते हैं कि, किन्नरों का किस तरह से योगदान किया गया है. डॉ. अशोक चतुर्वेदी का कहना है कि किन्नर समाज के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए वो किन्नर के राम विषय पर माघ मेला में कथा सुना रहे हैं. किन्नर के राम विषय पर राम कथा सुनाए जाने की जानकारी के बाद किन्नर समाज के लोग भी राम कथा सुनने पहुंच रहे हैं. यही वजह है कि किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर व यूपी किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य कौशल्यानंद गिरी ने मेले के शिविर में पहुंचकर कथा सुना रहे डॉ. अशोक हरिवंश ने का सम्मान किया. वहीं, सभी किन्नरों ने पुष्प वर्षा करके उनका सम्मान किया. माघ मेला में आये हुए श्रद्धालुओं का कहना है कि नौकरी से छुट्टी लेकर आये हुए अधिकारी के मुंह से राम कथा सुनकर अच्छा लग रहा है. वो बहुत बढ़िया और सरल अंदाज में समाज के विषय से जोड़कर कथा सुना रहे हैं. जिस वजह से लोग उनकी कथा सुनने पहुंच रहे हैं.

यह भी पढे़ं- BJP MP Manoj Tiwari का स्वामी प्रसाद मौर्य पर पलटवार, बोले- हर युग में होते हैं राक्षस

रायपुर में जॉइन्ट कमिश्नर के पद पर तैनात आईएएस अधिकारी डॉ अशोक चतुर्वेदी राम कथा सुनाते हुए.

प्रयागराज: संगम नगरी माघ मेला में एक पंडाल ऐसा है, जहां छत्तीसगढ़ के आईएएस नौकरी से छुट्टी लेकर कथा सुना रहे हैं. छत्तीसगढ़ के रायपुर में ज्वाइंट कमिश्नर पद पर तैनात डॉ. अशोक चतुर्वेदी संगम तट पर दो दिन तक राम कथा सुनाएंगे. इनकी रामकथा सुनने के लिए तमाम लोगों के साथ ही किन्नर भी पहुंच रहे हैं. राम कथा के जरिये किन्नर समाज का उत्थान करने के विषय पर वह कथा सुना रहे हैं. वहीं, किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरी ने रामकथा में पहुंचकर कथा वाचक आईएएस अधिकारी का स्वागत व सम्मान किया.

पिता की इच्छा पूरी करने के लिए पहली बार सुनाई रामकथाः छत्तीसगढ़ के रायपुर में पंचायती एवं ग्रामीण विकास विभाग में संयुक्त आयुक्त डॉ. अशोक चतुर्वेदी अब कथा वाचक डॉ. अशोक हरिवंश के नाम से जाना जा रहा है. डॉ. अशोक चतुर्वेदी कार्य से छुट्टी लेकर राम कथा सुनाने में लग गए हैं. उनका कहना है कि उनके पिता ने इच्छा जतायी थी कि वो उनके मुंह से राम कथा सुनना चाहते हैं. जिसके बाद उन्होंने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए राम कथा सुनायी. एक बार पिता को रामकथा सुनाने के दौरान उनके ऊपर प्रभु राम की ऐसी कृपा बनी कि उनका मन राम में ही रम गया. जिसके बाद उन्होंने रामकथा पढ़ने में कुछ समय बिताया. इसके बाद वह धीरे धीरे लोगों को कथा सुनाने लगे. उनकी कथा सुनाने की शैली लोगों को ऐसी भाने लगी कि लोग उनके मुंह से राम कथा सुनने के लिए पहुंचने लगे हैं. संगम नगरी माघ मेला में लोगों को राम कथा सुनाने के लिए उन्होंने नौकरी से छुट्टी भी ले ली है.


किन्नर के राम विषय पर कथा सुनने जुटा किन्नर अखाड़ाः राम कथा के जरिये डॉ. अशोक प्रभु श्री राम की महिमा को अपने अंदाज में लोगों को सुनाते हैं. इसके साथ ही रामायण काल में राम के जीवन में रामायण काल के दौरान किन्नरों की भूमिका का भी विस्तार से वर्णन करते हैं. वो बताते हैं कि, किन्नरों का किस तरह से योगदान किया गया है. डॉ. अशोक चतुर्वेदी का कहना है कि किन्नर समाज के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए वो किन्नर के राम विषय पर माघ मेला में कथा सुना रहे हैं. किन्नर के राम विषय पर राम कथा सुनाए जाने की जानकारी के बाद किन्नर समाज के लोग भी राम कथा सुनने पहुंच रहे हैं. यही वजह है कि किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर व यूपी किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य कौशल्यानंद गिरी ने मेले के शिविर में पहुंचकर कथा सुना रहे डॉ. अशोक हरिवंश ने का सम्मान किया. वहीं, सभी किन्नरों ने पुष्प वर्षा करके उनका सम्मान किया. माघ मेला में आये हुए श्रद्धालुओं का कहना है कि नौकरी से छुट्टी लेकर आये हुए अधिकारी के मुंह से राम कथा सुनकर अच्छा लग रहा है. वो बहुत बढ़िया और सरल अंदाज में समाज के विषय से जोड़कर कथा सुना रहे हैं. जिस वजह से लोग उनकी कथा सुनने पहुंच रहे हैं.

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