प्रयागराज: मऊ की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की हार का ठीकरा फोड़ने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बीजेपी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान पर ही हार का ठीकरा फोड़ा है. इसी के साथ संजय निषाद ने सनातन धर्म को बीमारी बताने वाले नेताओं पर हमला बोला.
हार का असर लोकसभा चुनाव 2024 पर नहीं पड़ेगाः कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने का कहना है कि भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान की छवि पर जनता ने वोट नहीं किया. जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा. क्योंकि उपचुनाव में जनता पार्टी और सरकार के नाम पर वोट नहीं देती है. बल्कि इस तरह के चुनाव में उम्मीदवार की छवि और व्यवहार के नाम पर ही वोट मिलते हैं. घोषी में जनता ने जो जनादेश दिया है उसे पर स्वीकार करना पड़ेगा उन्होंने कहा कि इस हार का असर 2024 के लोकसभा चुनाव पर नहीं पड़ेगा. केंद्र का चुनाव राष्ट्रवाद और देश के विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा. लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए में शामिल सभी दल पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे. भारत को फिर से विश्व गुरु बनाना है और अर्थव्यवस्था में तीसरे पायदान पर पहुंचाना है.
सनातन धर्म विवादित बयान देने वाले मिट जाएंगे: मंत्री संजय निषाद ने सनातन धर्म पर दक्षिण भारत के नेताओं द्वारा लगातार दिए जा रहे बयानों की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने कहा कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन और ए राजा द्वारा सनातन धर्म पर किए गए हमले का उन्हें जवाब मिलेगा. सनातन धर्म को खत्म करने वाले मिट गए हैं. मुगलों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग तलवार लेकर आए थे वो भी मिट गए. जो लोग तोप लेकर आये थे उन्हें भी हारकर जाना पड़ा. स्टालिन के बयान पर उन्होंने कहा कि वो जिस धर्म की बात कह रहे हैं, वह लोग भी तलवार और तोप लेकर आए थे. लेकिन उनका कोई अस्तित्व नहीं बचा है. भारतीय संस्कृति भारतीयों की धरोहर है और सनातन धर्म के खिलाफ जितने लोग बयानबाजी करेंगे वो मिटते चले जाएंगे.
श्रृंगवेरपुर धाम मिले हिंदुओं को: प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज किले परिसर में स्थित मस्जिद को लेकर एक बार फिर से संजय निषाद ने मुखर होकर बयान दिया है. उन्होंने कहा किला का पूरा स्थल हिंदुओं को मिलना चाहिए. क्योंकि यह निषाद समाज की विरासत और पहचान है. उन्होंने कहा कि हम मुसलमानों से भी अपील कर रहे हैं कि विवादित जगह पर इबादत करना गुनाह होता है. इसलिए उन्हें खुद आगे आकर यह जगह हिन्दुओं सौंप देनी चाहिए. अगर यह मस्जिद नहीं हटाई गई तो इसके लिए अदालत की शरण मे जा सकते हैं. केंद्र और प्रदेश की सरकार श्रृंगवेरपुर धाम का विकास कर रही है. वहां पर 56 फीट की निषाद राज की प्रतिमा स्थापित हो चुकी है और नवंबर के महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसका उद्घाटन करने आ सकते हैं.