प्रयागराज: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मंसूर अली पार्क में तकरीबन पिछले दो महीने से धरने पर बैठी मुस्लिम महिलाओं पर अब प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पुलिस द्वारा धारा 144 को उल्लंघन बताकर मामले में 16 लोगों को नामजद किये जाने और सैकड़ों अन्य लोगों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज किए जाने के बावजूद आंदोलन जारी है. इसके साथ ही नगर निगम द्वारा पार्क खाली किये जाने की नोटिस मिलने के बाद भी CAA कानून के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं का प्रदर्शन जारी है.
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आंदोलनकारी महिलाओं का कहना है कि पुलिस विभिन्न धाराओं का गलत तरीके से प्रयोग करके संविधान द्वारा दिये गए मौलिक अधिकारों का सीधे सीधे हनन कर रही है . धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे लोग प्रशासन से सिर्फ और सिर्फ एक ही सवाल कर रहे है कि उन्होंने कब और कहां शांतिभंग किया है.
नहीं रुकेगा आंदोलन
आंदोलनकारी सारा अहमद का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किये गए इस काले कानून को जबतक सरकार वापस नहीं लेगी, तबतक यह प्रदर्शन चलता रहेगा. चाहे जितने मुकदमा दर्ज हो, चाहे नोटिस भेजी जाए, लेकिन यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा. जिला प्रशासन द्वारा शांतिभंग करने का मुकदमा दर्ज किया जाता है. हम यह जानना चाहते हैं आंदोलकारियों ने कब शांतिभंग किया है.