प्रयागराज : बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा सोमवार को प्रयागराज में ब्राह्मणों को साधने पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने ब्राह्मणों को नाराज कर दिया. बसपा नेता सोमवार की शाम गंगा आरती करने के लिए संगम के नजदीक अरैल घाट पर पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने मां गंगा की आरती उतारी. लेकिन आरती से पहले की जाने वाली स्तुति और वंदना के दौरान जहां सभी लोग हाथ जोड़कर खड़े थे, वहीं बसपा का ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले सतीश चंद्र मिश्रा सोफे पर नकुल दुबे के साथ विराजमान थे. इसको लेकर ब्राह्मण समाज के लोग नाराज हैं. इस मुद्दे को लेकर भाजपा और कांग्रेस के ब्राह्मण नेताओं ने सतीश चंद्र मिश्रा पर मां गंगा और कार्यक्रम में मौजूद ब्राह्मणों का अपमान करने का आरोप लगाया है.
ब्राह्मणों को साधने की बजाय नाराज कर गए सतीश मिश्रा
आप को बता दें, सोमवार को बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ब्राह्मणों को रिझाने के लिए संगम की धरती पर पहुंचे थे. लेकिन उनकी एक चूक से ब्राह्मण वर्ग ही नाराज हो गया है. दरअसल, प्रयागराज के अरैल घाट पर होने वाली मां गंगा की आरती में शामिल होने सतीश मिश्रा पहुंचे थे. लेकिन आरती के पहले की जा रही स्तुति और वंदना के वक्त जहां कार्यक्रम में शामिल सभी लोग खड़े होकर गंगा स्तुति और वंदना कर रहे थे, उस समय सतीश चंद्र मिश्रा और नकुल दुबे सोफे पर बैठकर आपस में चर्चा कर रहे थे. सतीश चंद्र मिश्रा के इस कारनामे से ब्राह्मणों में काफी नाराजगी है.
तीर्थ पुरोहित पंडित अनुज तिवारी का कहना है कि जब सतीश चंद्र मिश्रा गंगा आरती करने के लिए अरैल घाट पर गए थे, तो उन्हें मां गंगा की आरती के साथ ही स्तुति और वंदना भी श्रद्धा-भाव के साथ करनी चाहिए थी. लेकिन स्तुति और वंदना के समय लगातार सतीश चंद्र मिश्रा और नकुल दुबे एक दूसरे के साथ बातचीत कर रहे थे. जिस वक्त बसपा के दोनों ब्राह्मण चेहरे एक दूसरे के साथ गुफ्तगू कर रहे थे, वहीं कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग खड़े होकर मां गंगा की स्तुति वंदना कर रहे थे. यह साबित करता है कि वो गंगा आरती के कार्यक्रम में श्रद्धा और आस्था की वजह से नहीं गए थे, बल्कि अपना सम्मान करवाने गए थे. बसपा के लिए ब्राह्मणों को साधने के काम करने वाले सतीश चंद्र मिश्रा के इस कारनामे से ब्राह्मणों में काफी नाराजगी हो गयी है.
भाजपा और कांग्रेस के ब्राह्मण नेताओं ने साधा निशाना
सतीश चंद्र मिश्रा की चूक पर भाजपा और कांग्रेस के ब्राह्मण नेताओं में काफी आक्रोश है. दोनों ही पार्टी के नेताओं ने सतीश चंद्र मिश्रा पर मां गंगा का अपमान करने का आरोप लगाया. भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विनय मिश्रा का कहना है कि, सतीश चंद्र मिश्रा सिर्फ दिखावा करने के लिए मां गंगा की आरती करने गए थे. यही वजह थी कि स्तुति और वंदना के समय तक वो सोफे पर विराजमान थे. कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग मां गंगा की आराधना कर रहे थे, और सतीश चंद्र मिश्रा गंगा मैया का अपमान करते हुए सोफे से नहीं उठे.
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कांग्रेस नेता ने सतीश चंद्र मिश्रा पर किये कटाक्ष
कांग्रेस नेता और इलाहाबाद युनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष संजय तिवारी ने सतीश चंद्र मिश्रा को बिना जनेऊ वाला ब्राह्मण बताया है. उनका आरोप है कि सतीश चंद्र मिश्रा बिना पूजा पाठ करने वाले दिखावटी ब्राह्मण हैं. वो सिर्फ दिखावा करने के लिए मां गंगा की आरती उतारने पहुंचे थे. उनका कहना था कि उन्हें यह भी ज्ञान नहीं है कि गंगा आरती से पहले होने वाली स्तुति और वंदना के समय खड़े होकर प्रार्थना भी की जाती है. वहीं सतीश चंद्र मिश्रा के द्वारा गंगाजल को प्रदूषित बताये जाने पर भी कांग्रेस नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सतीश चंद्र मिश्रा ने आज तक गंगा स्नान और आचमन नहीं किया है. उन्हें पता कैसे चलेगा कि गंगा प्रदूषित हैं या नहीं. वो इस वक्त सिर्फ पैसे वाले अमीर ब्राह्मणों को बसपा सुप्रीमो के चरणों मे नतमस्तक करवाने के अभियान में जुटे हुए हैं.