प्रयागराज: शहर के करछना में कुछ दिन पहले तहसील दिवस पर लेखपालों ने एक अधिवक्ता की पिटाई की थी. एसडीएम आकांक्षा राना की कार्यशैली से नाराज तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ता पहले से ही हड़ताल पर और इस घटना ने उनकी नाराजगी और बढ़ दी. जिसके बाद बुधवार को प्रभारी एसडीएम बीके पांडेय और तहसीलदार अनिल कुमार वर्मा के आश्वासन के बाद अधिवक्ताओं ने हड़ताल को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया.
अधिवक्ताओं ने कहा कि वर्तमान एसडीएम आकांक्षा राना का तबादला नहीं किया गया तो अधिवक्ता संघ पुनः हड़ताल करने को बाध्य होंगे. बता दें कि आकांक्षा राना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही वे होम क्वॉरंटाइन हैं. उनके नाराज करछना बार संघ हड़ताल पर चल रहा था. उसके बाद तहसील का कामकाज संभालने के लिए प्रभारी एसडीएम के रूप में बीके पांडेय को करछना तहसील में तैनाती मिली.
पूर्व से चली आ रही हड़ताल को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी एसडीएम बीके पांडेय ने अधिवक्ताओं से वार्ता की. वार्ता के दौरान उन्होंने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया कि आपकी समस्याओं को गंभीरता से विचार किया जाएगा. उनकी बात से सहमत अधिवक्ताओं ने कुछ दिन के लिए हड़ताल पर विराम लगाया और काम पर लौटने की बात कही. बैठक में अध्यक्ष चिंतामणि सुक्ल हंसराज सिंह, रमेश द्विवेदी, अभिषेक सिंह सहित कई अधिवक्ता मौजूद रहे.
जानें पूरा मामला
मामला जिले की करछना तहसील का है. बीते 20 अक्टूबर को तहसील दिवस के मौके पर एक अधिवक्ता से मारपीट करने का मामला सामने आया. जानकारी के मुताबिक, अधिवक्ता सतीश किसी काम को लेकर करछना तहसील गए हुए थे. यहां अधिवक्ता के साथ लेखपाल संघ के अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला और कमला प्रसाद पांडे की किसी बात को लेकर बहस हो गयी थी. इसके बाद लेखपालों ने अधिवक्ता की जमकर पिटाई कर दी. इस मामले में तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चिन्ता मणि शुक्ला ने अधिवक्ताओं के साथ मिलकर एसडीएम करछना से लिखित शिकायत भी की थी.
बार एसोसिएशन के महामंत्री हंसराज सिंह ने बताया कि अधिवक्ता सतीश जब तहसील दिवस पर करछना तहसील के अंदर जा रहा थे तो कुछ लेखपालों ने अधिवक्ता को तहसील के अंदर जाने से रोका. इस पर पीड़ित अधिवक्ता ने अपना परिचय देते हुए आई कार्ड दिखाया और बताया कि उसे सुभाष गुप्ता से मिलना है. इस पर कमला प्रसाद पांडेय ने उनका हाथ पकड़ कर खींच लिया और राजेंद्र शुक्ला ने अधिवक्ता के ऊपर हाथ छोड़ दिया.