प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दृश्य कला विभाग के छात्र उधम सिंह ने 21 फीट ऊंचा हथौड़ा बनाया है. इस हथौड़े को बनाने के पीछे हथौड़ा की उपयोगिता बताना उनका मकसद है और कलाकृति के युवाओं के लिए समर्पित है. उनका दावा है कि यह हथौड़ा विश्व का सबसे बड़ा हथौड़ा है. बैंक से लाखों का कर्ज लेकर उन्होंने यह हथौड़ा तैयार किया है. हालांकि अभी इसका हैंडल बनाना बाकी है. फिलहाल यह हथौड़ा अल्फ्रेड पार्क में आने-जाने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
बता दें कि उधम सिंह एक किसान के बेटे हैं. वो इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दृश्य कला विभाग में पढ़ाई करते हैं. छात्र उधम सिंह के मुताबिक हथौड़ा 21 फीट उंचा, 7 फीट चौड़ा, 7 फीट लंबा है और करीब 35 कुंतल वजन है. 4 लाख रुपये का लोन लेकर उन्होंने इसका निर्माण किया है. इसका हैंडल बनाना अभी बाकी है. इसके लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ने आर्थिक सहयोग देने का आश्वासन दिया है. उधम सिंह का दावा है कि यह विश्व का सबसे बड़ा हथौड़ा है.
उधम सिंह के ने बताया कि पढ़ाई के दौरान जब वो अपने साथियों के साथ मूर्तियों का निर्माण करते थे तो हर कलाकृति को बनाने में हथौड़े का इस्तेमाल होता था. इस दौरान उन्हें हथौड़े की उपयोगिता का पता चला. इससे प्रेरित होकर उन्हें हथौड़ा बनाने का संकल्प लिया. उन्होंने बताया कि बिना हथौड़ा किसी भी मूर्ति को आकार देना संभव नहीं है. इसलिए किसी मूर्तिकार के जीवन में हथौड़े का महत्व बताने के लिए इसका निर्माण शुरू किया.
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इस हथौड़े को विश्वविद्यालय के दृश्य कला विभाग से उठाकर कंपनी बाग के विक्टोरिया मेमोरियल के बगल में रखा गया है. फिलहाल इसका निर्माण कार्य जारी है. इस हथौड़े को बनाने में फाइबर ग्लास और लोहे की जाली का प्रयोग किया गया है. 7 महीने में इसका निर्माण हो पाया है. 50 फीट लंबे इसके हैंडल का निर्माण अभी बाकी है. प्रयागराज विकास प्राधिकरण की तरफ से आर्थिक सहायता मिलने के बाद हैंडल का निर्माण किया जाएगा.
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