ETV Bharat / state

हाईकोर्ट की फटकार के बाद अफसरों की खुली नींद, डेंगू को लेकर मुख्य सचिव ने दिए अधिकारियों को निर्देश - डेंगू से बचने के उपाय

प्रयागराज में डेंगू अपने पैर पसारता जा रहा है. वहीं, हाईकोर्ट की फटकार (Allahabad High Court reprimanded government) के बाद मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने अधिकारियों के साथ बैठक की.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Nov 3, 2022, 7:13 AM IST

प्रयागराज: जिले में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या (Dengue patients increasing in Prayagraj) को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शासन और प्रशासन को फटकार लगाई. उसके बाद मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा (Chief Secretary Durgashankar Mishra) ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की.

इससे पहले अफसरों की टीम हाइकोर्ट (Allahabad High Court) की उच्चस्तरीय बैठक में शामिल हुई थी. बता दें, प्रयागराज के सरकारी आंकड़ों में डेंगू मरीजों की कुल संख्या एक हजार तक भी नहीं पहुंची है. लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या सरकारी आंकड़ों के मुकाबले कई गुना ज्यादा है. जिस वजह से शहर के कई बड़े अस्पतालों में बेड तक फुल हो चुके हैं. मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के बावजूद जिला प्रशासन के डेंगू के आंकड़े धीमी गति से बढ़ रहे थे और इससे जनता परेशान हो रही थी. जिसके बाद हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया और लखनऊ राज्य सरकार को फटकार लगाई. उसके बाद अफसरों ने डेंगू को काबू करने और मरीजों के इलाज के लिए इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं.

हाइकोर्ट में उच्चस्तरीय बैठक के बाद मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने डीएम समेत जिले के अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के साथ डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर एक बैठक की. इस बैठक में डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने के अफसरों को निर्देश दिए गए थे. इसके साथ ही अभी तक किए गए उपायों की जानकारी ली. कोर्ट ने अफसरों को निर्देश दिया कि डेंगू की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जाए, जिससे डेंगू को रोकने के लिए किए जाने वाले सभी बचाव की जानकारी लोगों तक पहुंचाना है.

पढ़ें- डेंगू से मौतों पर शासन गंभीर नहीं: हाईकोर्ट

इसके अलावा जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ विभाग के साथ मिलकर डेंगू पर नियंत्रण के लिए एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंस समेत सभी जरुरी उपाय करके डेंगू को काबू करें. इसके साथ ही डेंगू मरीजों के इलाज के लिए विशेष रुप से इंतजाम करने और सरकारी के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त की जाए. जिससे सभी मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा और किसी को भी इलाज में परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी.

पढ़ें- कोर्ट ने नाबालिग से रेप के मामले 2 आरोपियों को सुनाई बीस-बीस साल कारावास की सजा

प्रयागराज: जिले में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या (Dengue patients increasing in Prayagraj) को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शासन और प्रशासन को फटकार लगाई. उसके बाद मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा (Chief Secretary Durgashankar Mishra) ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की.

इससे पहले अफसरों की टीम हाइकोर्ट (Allahabad High Court) की उच्चस्तरीय बैठक में शामिल हुई थी. बता दें, प्रयागराज के सरकारी आंकड़ों में डेंगू मरीजों की कुल संख्या एक हजार तक भी नहीं पहुंची है. लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या सरकारी आंकड़ों के मुकाबले कई गुना ज्यादा है. जिस वजह से शहर के कई बड़े अस्पतालों में बेड तक फुल हो चुके हैं. मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के बावजूद जिला प्रशासन के डेंगू के आंकड़े धीमी गति से बढ़ रहे थे और इससे जनता परेशान हो रही थी. जिसके बाद हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया और लखनऊ राज्य सरकार को फटकार लगाई. उसके बाद अफसरों ने डेंगू को काबू करने और मरीजों के इलाज के लिए इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं.

हाइकोर्ट में उच्चस्तरीय बैठक के बाद मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने डीएम समेत जिले के अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के साथ डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर एक बैठक की. इस बैठक में डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने के अफसरों को निर्देश दिए गए थे. इसके साथ ही अभी तक किए गए उपायों की जानकारी ली. कोर्ट ने अफसरों को निर्देश दिया कि डेंगू की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जाए, जिससे डेंगू को रोकने के लिए किए जाने वाले सभी बचाव की जानकारी लोगों तक पहुंचाना है.

पढ़ें- डेंगू से मौतों पर शासन गंभीर नहीं: हाईकोर्ट

इसके अलावा जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ विभाग के साथ मिलकर डेंगू पर नियंत्रण के लिए एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंस समेत सभी जरुरी उपाय करके डेंगू को काबू करें. इसके साथ ही डेंगू मरीजों के इलाज के लिए विशेष रुप से इंतजाम करने और सरकारी के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त की जाए. जिससे सभी मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा और किसी को भी इलाज में परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी.

पढ़ें- कोर्ट ने नाबालिग से रेप के मामले 2 आरोपियों को सुनाई बीस-बीस साल कारावास की सजा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.