प्रयागराज: शिक्षा सेवा अधिकरण को लखनऊ में स्थापित करने के विरोध में 13 दिनों से चल रही हड़ताल के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों की हड़ताल स्थगित कर दी गयी है. मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर के काम पर वापस आने के अनुरोध को बार एसोसियेशन की आम सभा में स्वीकार करते हुए यह निर्णय लिया गया.
इसके बाद भोजनावकाश के उपरांत न्यायिक कार्य शुरू हुआ. वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व अध्यक्ष वीसी मिश्र ने न्यायिक कार्य बहिष्कार को जनहित में स्थगित रखने का प्रस्ताव रखा, जिसे आम सभा में स्वीकार किया गया. मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर ने प्रभाशंकर मिश्र की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि काम पर वापस आने पर ही सभी अधिकरण प्रयागराज में स्थापित करने की मांग में दाखिल जनहित याचिका की सुनवाई होगी. इस पर कोर्ट ने 2 बजे तक का समय दिया था.
1 बजे हुई बार एसोसिएशन की आम सभा में हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया गया. दो बजे इसकी जानकारी कोर्ट को दी गयी. बार सभा की अध्यक्षता राकेश पांडेय और संचालन महासचिव जेबी सिंह ने किया. सुबह 9 बजे हुई सभा में न्यायिक कार्य बहिष्कार जारी रखने और जनहित याचिका की सुनवाई किये जाने हेतु सम्बन्धित वकीलों को प्रवेश की अनुमति दी गयी. शेष वकीलों को परिसर में घुसने नहीं दिया गया.
प्रभाशंकर मिश्र की जनहित याचिका पर बहस के लिए गये वरिष्ठ अधिवक्ताओं और बार के पदाधिकरियों से मुख्य न्यायाधीश ने न्यायिक कार्य पर वापस आने का अनुरोध किया. इस पर बार ने कार्य पर वापस लौटने का प्रस्ताव पारित किया. हालांकि कुछ लोगों ने बाद में अपने को ठगा महसूस करते हुए नारेबाजी भी की. फोटो आई सेंटर खोल दिया गया है. मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश के बावजूद आईडी सेंटर खुला रहेगा. इसकी जानकारी महासचिव जेबी सिंह ने दी.