प्रयागराज: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी (Mahant Narendra Giri Death) की मौत पर अभी भी रहस्य बना हुआ है. कल यानी बुधवार को उन्हें भू-समाधि दी गई. अब महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु की जांच आगे बढ़ रही है. इसी क्रम में आखिल भारतीय अखाड़ा परिसद के राष्ट्रीय महासचिव हिरि गिरि ने कहा कि 16 दिनों तक अखाड़ा परिषद इस मामले में गुप्त जांच करेगा. जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी. यह जांच अखाड़ा परिषद की टीम करेगी.
महंत हरि गिरि का कहना है कि महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु की जांच पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की नजर है. वो हर गतिविधि की लगातार जानकारी ले रहे हैं. इसलिए उन्हें प्रकरण में किसी प्रकार की गड़बड़ी की गुंजाइश नजर नहीं आती. इसके अलावा अखाड़ा परिषद की एक कमेटी भी इसकी गोपनीय जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं संत हैं. वो निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को जल्द सजा दिलाएंगे. ऐसा संतों को विश्वास है. मामले को स्वंय उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी गंभीरता से देख रहे हैं. अखाड़ा परिषद स्वयं 16 दिनों तक गुप्त जांच करेगा. इस जांच में जो कोई भी दोषी मिलेगा, उसके ऊपर कार्रवाई करते हुए अखाड़ा परिषद के अधिकारी निर्णय लेंगे.
इससे पहले कई मठों के साधु-संतों और राजनीतिक दलों ने महंत नरेंद्र गिरि के मौत की जांच केंद्रीय एजेंसी से करवाने की मांग की थी. फिलहाल, राज्य सरकार ने मामले की जांच एसआईटी को सौंपी है. संदिग्ध मौत मामले में मंगलवार को सीबीआई (CBI) की पांच सदस्यीय टीम प्रयागराज पहुंच गई है. टीम ने केस को हैंड ओवर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. FIR की कॉपी लेने के लिए टीम पुलिस लाइन में मौजूद है.
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राष्ट्रीय महासचिव हरि गिरि ने बताया कि भू-समाधि के बाद तीन दिन बाद अखाड़े में चूल्हा जलेगा और कच्चे भंडारे का आयोजन होगा. अखाड़ा परिसद के आह्वान पर देश के 13 अखाड़ों के संत और महात्मा 13 दिनों तक शोक में रहेंगे. हिरि गिरि के अनुसार, महंत नरेंद्र गिरि की समाधि के एक वर्ष पूर्ण होने पर पक्की समाधि बनाई जाएगी. समाधि के ऊपर भगवान शिव की मूर्ति स्थापित की जाएगी. मान्यता के अनुसार, एक साल तक भू में तपस्या करने के बाद महंत का शरीर भगवान शिव को समर्पित हो जाता है. इसीलिए श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए उसी समाधि के ऊपर शिव मंदिर स्थापित किया जाता है.
सीबीआई सच्चाई सामने लाये
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने गुरुवार को निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वरों से मुलाकात की. श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में पंच परमेश्वरों से मुलाकात कर बाहर निकले महंत हरि गिरि ने कहा कि संत इस पूरे मामले में जांच चाहते हैं. उन्होंने महंत नरेंद्र गिरि के कॉल डिटेल में प्रापर्टी डीलरों से बातचीत को लेकर कहा है कि महंत नरेंद्र गिरि की कॉल डिटेल निकाली जाएगी और जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी. उन्होंने कहा है कि जो लोग भी बीते दिनों महंत नरेंद्र गिरि से मिले थे सभी चाहते हैं कि पहले जांच पूरी हो. योगी सरकार ने अब जांच सीबीआई को सौंप दी है. योगी सरकार में एक संत की संदिग्ध परिस्थितियों मौत को लेकर सवाल खड़े किए जाने पर उन्होंने कहा कि यूपी को इतने जल्दी, इतने अच्छे, इतने दिव्य मुख्यमंत्री काफी समय बाद मिले हैं. सीएम योगी नहीं चाहते तो सीबीआई जांच संभव नहीं होती. इसलिए सीएम योगी की निष्ठा, श्रद्धा और विश्वास पर सवाल खड़े करना कतई उचित नहीं है.