प्रयागराज: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्रों को जोड़ने के लिए सदस्यता अभियान की शुरुआत की है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय यूनिट कैम्पस में छात्र जुटकर एबीवीपी की सदस्यता हासिल कर रहे हैं. एबीवीपी से जुड़ने वाले छात्रों का कहना है कि यह छात्र संगठन राष्ट्रभक्ति की भावना जगाता है. यही एक ऐसा संगठन है, जो छात्रों के साथ मिलकर पूरे साल कुछ न कुछ कार्य कराता है.
एबीवीपी की तरफ से देश भर में बुधवार से सदस्यता अभियान शुरू किया गया है. जिसके तहत एबीवीपी अपने सदस्यों की संख्या को एक करोड़ तक पहुंचाने में जुटा है. इस अभियान के तहत प्रयागराज जिले में 75 हजार से अधिक छात्रों को संगठन से जोड़ने का लक्ष्य किया गया है. इस अभियान में इलाहाबाद विवि के सात अन्य कॉलेजों में भी विद्यार्थियों को संगठन से जोड़ा जा रहा है. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गेट पर लगाए गए कैम्प के बाहर छात्रों की भीड़ सदस्यता लेने के जुटी हुई है. विश्वविद्यालय के छात्रों में एबीवीपी से जुड़ने के लिए उत्साह दिख रहा है. छात्र-छात्राएं उत्साह के साथ एबीवीपी से जुड़ने के लिए सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं.
इस दौरान एबीवीपी काशी प्रांत के मंत्री अतेंद्र सिंह ने कहा कि उनके संगठन के लोग साल भर विश्वविद्यालय कैम्पस में सक्रिय रहते हैं और छात्रों की समस्या को निपटाने के लिए कार्य करते हैं. एबीवीपी से जुड़े छात्र सालभर लगातार राष्ट्र और पुनर्निर्माण के लिए कार्य करते है. वहीं, एबीवीपी के प्रदेश मीडिया संयोजक अभिनव मिश्र ने कहा कि उनका संगठन अपनी विशिष्ट कार्य पद्धति के लिए जाना जाता है. साथ ही रचनात्मक कार्यशैली से काम करके राष्ट्रवाद की भावना को जन सामान्य तक पहुंचाने का काम किया जाता है.
इसके साथ ही एबीवीपी अपने अलग-अलग आयामों के जरिये समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंच रहा है. देश भर में उनका संगठन शैक्षिक परिवेश को बेहतर बनाने के साथ सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन लाने का काम भी कर रहा है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना के 75 साल पूरे हो रहे है और संगठन अपने अमृत काल में प्रवेश कर लिया है. इसी वजह से इस साल के सदस्यता अभियान में उनके संगठन में सदस्यों की संख्या को एक करोड़ के पार पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है और उसे पूरा करने के लिए कार्य किया जा रहा है.
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