प्रयागराजः हाईकोर्ट बार एसोसिएशन इलाहाबाद की स्थापना को 150 वर्ष पूरा हो गई. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने भी हिस्सा लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज न्याय की धरती है. यहां का हाईकोर्ट अधिवक्ताओं का कुंभ है, जहां पर अधिवक्ता आने वाले पीड़ितों को विधिक रूप से उन्हें तर्कसंगत न्याय दिलाते हैं. प्रयागराज न सिर्फ न्याय बल्कि यहां पर धर्म और आध्यात्म की भी प्रेरणा मिलती है.
अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि "जब कोई पीड़ित या प्रताड़ित होता है तो हाईकोर्ट और प्रयागराज की तरफ देखता है. जहां पर उसे न्याय मिलता है. आजादी के अमृत महोत्सव के इस वर्ष में इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का यह कार्यक्रम इसके गौरव को और बढ़ाता है. जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था और क्रांतिकारी इसे आजाद कराने के लिए जगह-जगह पर आंदोलन और संघर्ष कर रहे थे. तब इलाहाबाद हाईकोर्ट भी अछूता नहीं रहा और यहां पर वकालत करने वाले अधिवक्ताओं ने भी इस आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया.देश की आज़ादी में भी वकीलों और इलाहाबाद हाईकोर्ट की बड़ी भूमिका रही है."
अधिवक्ताओं की कर्तव्यनिष्ठा और न्याय प्रणाली की प्रशंसा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब मुकदमों का निस्तारण तेजी से हो रहा है. यह डेढ़ सौ सालों में क्या पाया- क्या खोया, इस पर चिंतन होना चाहिए. सीएम ने हर्ष जताते हुए कहा कि जी-20 देशों में भारत का शामिल होना गौरव की बात है. उससे भी बड़े गौरव की बात यह है कि यूपी के 4 शहरों में जी- 20 के 11 समिट होंगे. इससे भारत को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी.
अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि "सत्य एक ही होता है, विद्वान उसे अलग अलग नामों से परिभाषित करते हैं. सबका लक्ष्य एक होना चाहिए कि न्याय सबको मिले, सस्ता मिले और सबको सुलभ हो. त्वरित न्याय के लिए आयोजित होनी वाली लोक अदालत पर उन्होंने कहा की लोक अदालतों में आधे मामले यूपी के ही निपटते हैं. प्रदेश सरकार शासन न्याय व्यवस्था को और मजबूत करना चाहता है. ऐसे में अधिवक्ताओं की भूमिका अहम होगी."
मुख्यमंत्री ने बताया कि मल्टीलेवल पार्किंग और चैम्बर के लिए सरकार ने पूरा बजट रिलीज कर दिया है. इसके साथ ही प्रयागराज में जल्द ही ला यूनिवर्सिटी की स्थापना राजेंद्र प्रसाद के नाम पर होगी. इसके लिए जमीन उपलब्ध होते ही रकम अवमुक्त हो जाएगी. यही नहीं वकीलों की मृत्यु पर जो रकम 60 साल की उम्र तक मिलती थी उसे बढ़ाकर 70 साल कर दी गई है.
सीएम ने आगे कहा कि अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि भी बढ़ा दी गई है. सरकार वकीलों के हित मे तमाम कदम उठा रही है और जिन जिलों में कोर्ट नहीं है, वहां इंटीग्रेटेड कोर्ट बनेंगी. जिला अदालतों में भी वकीलों के चैम्बर बनाए जाएंगे. आज लोग वकीलों पर परिवार से ज्यादा भरोसा करते हैं. इस भरोसे को बनाए रखने के लिए वकीलों के चैम्बर जरूरी है. सीएम ने यह भी कहा कि लखनऊ- प्रयागराज- श्रावस्ती समेत कई जिलों में चैम्बर बनाए जाने के काम शुरू हो गए हैं.
इसके अलावा सीएम ने कहा कि अधिवक्ता कल्याण निधि में पंजीकरण के 30 वर्ष की सदस्यता पूर्ण होने पर त्यागपत्र या मृत्यु होने पर आश्रित को डेढ़ लाख से पांच लाख कर दी है. युवा अधिवक्ताओं को शुरुआती तीन वर्ष में पुस्तक-पत्रिका क्रय करने के लिए दी जाने वाली राशि वित्तीय स्वीकृति संबंधी आदेश जारी किए जा चुके हैं. सामाजिक सुरक्षा निधि योजना के तहत मृत्यु के दावे के रूप में 2017-18 से 31 जनवरी 2023 तक 13 करोड़ 37 लाख 92 हजार से अधिक भुगतान राशि न्यासी समिति की ओर से की जा चुकी है. मृतक अधिवक्ताओं के उत्तराधिकारियों को इस दौरान आर्थिक सहायता के रूप में 111 करोड़, 81 लाख 50 हजार रुपये का भुगतान किया गया है.
वहीं, समारोह की अध्यक्षता कर रहे मुख्य न्यायमूर्ति राजेश ने कहा कि हम सोचते हैं कि देश ने हमारे लिए क्या किया. पर हमें यह भी सोचना चाहिए कि हमने देश के लिए क्या दिया. हम अगर यह सोचकर आगे बढ़ेंगे तो फिर हमारे लिए कोई भी मुकाम मुश्किल नहीं होगा. यहां अब तक मैंने देखा कि किसी भी वकील ने मिसबिहैव नहीं किया, जो यह दर्शाता है कि यहां कितनी हंबलनेस है.
मुख्यमंत्री ने समारोह में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे केशरीनाथ त्रिपाठी, कर मामलों के वरिष्ठ अधिवक्ता रहे भरतजी अग्रवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता एससी बुधवार और महाधिवक्ता रहे आरपी गोयल के तैल चित्रों का अनावरण किया. उन्होंने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के संशोधित बाईलाज का भी अनावरण किया.
प्रारंभ में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य न्यायमूर्ति राजेश बिंदल, जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर, जस्टिस मनोज मिश्र और महाधिवक्ता अजय कुमार मिश्र ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों ने गुब्बारे व कबूतर छोड़े. एसोसिएशन के पदाधिकारियों व गवर्निंग काउंसिल सदस्यों ने सभी का बुके भेंटकर स्वागत किया. अध्यक्ष राधाकांत ओझा वी महासचिव एसडी सिंह जादौन ने मुख्यमंत्री को स्मृतिचिह्न भेंट किया. अंत में महासचिव ने धन्यवाद ज्ञापित किया. इसके बाद मथुरा के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए.
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