प्रतापगढ़ : जिला अस्पताल की इमरजेंसी से प्रयागराज के लिए डॉक्टरों ने एक मरीज को रेफर कर दिया. हालांकि जब एंबुलेंस से मरीज को ले जाया जाने लगा तो परिजन दबंगई पर उतर आये और मरीज को लखनऊ ले जाने को कहा. हालांकि लखनऊ ले जाते वक्त सलवन के पास मरीज ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने यह आरोप लगाते हुए कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं है, चालक श्याम यादव और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन आदर्श पांडे की पिटाई कर दी. जानकारी होने पर अन्य एंबुलेंस चालक आक्रोशित हो गए. केस दर्ज करने की मांग पर अड़ गए. किसी तरह विभागीय अधिकारियों ने उन्हें समझाया.
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डॉक्टरों ने प्रयागराज स्वरूपरानी के लिए किया था रेफर
कटरा रोड के टिउगा गांव के कृपा शंकर शर्मा को जिला अस्पताल की इमरजेंसी से प्रयागराज स्वरूपरानी के लिए डॉक्टरों ने रेफर किया था. एंबुलेंस चालक चालक श्याम यादव और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन आदर्श पांडे उन्हें लेकर जा रहे थे. इसी बीच मरीज के परिजनों ने दबंगई दिखाते हुए चालक से लखनऊ चलने के लिए कहा. अस्पताल से जब एंबुलेंस चली तो परिजन उसे अपने घर ले गए. यहां 45 मिनट तक एंबुलेंस रोके रखा. उसके बाद जब एंबुलेंस वहां से चली तो सलवन के पास मरीज की मौत हो गयी.
ऑक्सीजन होने पर भी ना होने का आरोप लगा परिजनों ने पीटा
चालक श्याम यादव और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन आदर्श पांडे ने बताया कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन थी. इसके बावजूद परिजनों ने ऑक्सीजन ना होने का आरोप लगाकर उनकी पिटाई की और मौके से फरार हो गए. हालांकि एंबुलेंस चालक ने दूसरे एंबुलेंस से मरीज के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया.
एंबुलेंस चालक हुए आक्रोशित
मारपीट की सूचना मिलते ही एंबुलेंस चालक आक्रोशित हो गए. सुखपाल नगर सीएचसी के पास एकत्र हुए एंबुलेंस चालकों ने मरीज के तीमारदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. सूचना मिलने के बाद विभागीय अधिकारी और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची. मामले को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया. नगर कोतवाल रविंदर श्रीवास्तव ने बताया कि मरीज के तीमारदारों ने एंबुलेंस चालक की पिटाई की थी. मामले को सुलझा दिया गया है.