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राइस मिल मालिकों ने सरकारी क्रय केंद्रों का धान कूटने से किया इनकार, नोटिस के विरोध में किया प्रदर्शन - rice-mill-owners-protested

सरकारी धान की कुटाई में रेट बढ़ोतरी को लेकर प्रतापगढ़, चंदौली, अंबेकरनगर व प्रयागराज के राइस मिलर्स ने प्रदर्शन किया. धान कुटाई का रेट बढ़ाने के साथ 10 सूत्री मांगों को लेकर राइस मिलर ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी कार्यालय को ज्ञापन सौंपा. राइस मिल्स वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने सरकारी क्रय केंद्रों का धान कूटने का बहिष्कार किया है.

राइस मिल मालिकों का प्रदर्शन
राइस मिल मालिकों का प्रदर्शन
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Published : Nov 17, 2021, 9:27 PM IST

प्रतापगढ़ : सरकारी धान की कुटाई को लेकर प्रदेशभर के राइस मिल मालिकों में भारी नाराजगी है. यह नाराजगी उनकी कुछ मांगों को लेकर है. इसे लेकर राइस मिल्स वेलफेयर एसोसिएशन ने सरकारी क्रय केंद्रों का धान कूटने से मना कर दिया है. वहीं, बहिष्कार को लेकर राइस मिलर्स को सरकार की तरफ से नोटिस थमा दिया गया.

इसके विरोध में एसोसिएशन के कई सदस्य बुधवार को जिला विपणन अधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. वहीं, धरने पर बैठे एसोसिएशन के लोगों ने धान की कुटाई का रेट बढ़ाने की मांग की. साथ ही दस सूत्री मांगों के साथ जिला विपणन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कुटाई का रेट बढ़ाने को लेकर राइस मिलर सड़कों पर उतर आए हैं. इस क्रम में प्रतापगढ़, चंदौली, अंबेडकरनगर के साथ प्रयागराज में भी यह विरोध देखने को मिला.

प्रतापगढ़ के राइस मिलर्स ने कुटाई का रेट बढ़ाने की मांग को लेकर क्रय केंद्रों का धान कूटने से इनकार कर दिया है. राइस मिलर्स के इस कदम के चलते जिला विपणन अधिकारी ने सभी को नोटिस जारी किया था.

इस नोटिस के खिलाफ बुधवार को राइस मिल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार चौरसिया के साथ कई मिल संचालक जिला विपणन अधिकारी कार्यालय पर धरने पर बैठ गए. इनका कहना था कि राइस मिल कृषि आधारित उद्योग होने के बाद भी बदहाली के कारण घाटे में है.

बीस सालों से सिर्फ दस रुपये प्रति क्विंटल कुटाई दी जा रही है. दो साल से समय पर चावल देने पर सिर्फ बीस रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. वहीं डीजल और मशीन के कल पुर्जों की कीमत कई गुणा बढ़ गई है. उनका कहना है कि प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर 250 रुपये प्रति क्विंटल की जानी चाहिए.

महामंत्री राजकुमार मिश्र ने कहा कि विपणन अधिकारी की नोटिस की खिलाफत में वो धरने बैठे हैं. उनकी मांगें जब तक नहीं मानी जाएंगी, तब तक वह धान की कुटाई नहीं करेंगे. इस दौरान धरने पर बैठे लोगों ने जिला विपणन अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी को दस सूत्रीय ज्ञापन सौंपा.

यह भी पढ़ें- प्रतापगढ़ डीएपी खाद घोटाला: करोड़ों के घोटाले के बाद फरार हुआ पीसीएफ गोदाम प्रभारी, FIR दर्ज

गौरतलब है कि राइस मिल मालिक इस बार आर-पार के मूड में हैं. प्रतापगढ़, चंदौली, अंबेडकरनगर के साथ प्रयागराज के राइस मिलर्स में यह विरोध देखने को मिला.

इन सभी जिलों से प्रदर्शन की खबरें आईं. चंदौली के राइस मिलर्स ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. उन्होंने चंदौली के जिला विपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव को 13 सूत्री मांगों से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा.

अंबेडकरनगर में आंदोलन कर रहे राइस मिलर्स ने अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर जिला खाद्य विपणन अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और मौके पर पहुंचे एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. वहीं, प्रयागराज राइस मिलर पहले ही ज्ञापन सौंप चुके हैं. इसके बाद उन्होंने जिला खाद्य विपणन अधिकारी के कार्यालय का किया घेराव किया.

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प्रतापगढ़ : सरकारी धान की कुटाई को लेकर प्रदेशभर के राइस मिल मालिकों में भारी नाराजगी है. यह नाराजगी उनकी कुछ मांगों को लेकर है. इसे लेकर राइस मिल्स वेलफेयर एसोसिएशन ने सरकारी क्रय केंद्रों का धान कूटने से मना कर दिया है. वहीं, बहिष्कार को लेकर राइस मिलर्स को सरकार की तरफ से नोटिस थमा दिया गया.

इसके विरोध में एसोसिएशन के कई सदस्य बुधवार को जिला विपणन अधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. वहीं, धरने पर बैठे एसोसिएशन के लोगों ने धान की कुटाई का रेट बढ़ाने की मांग की. साथ ही दस सूत्री मांगों के साथ जिला विपणन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कुटाई का रेट बढ़ाने को लेकर राइस मिलर सड़कों पर उतर आए हैं. इस क्रम में प्रतापगढ़, चंदौली, अंबेडकरनगर के साथ प्रयागराज में भी यह विरोध देखने को मिला.

प्रतापगढ़ के राइस मिलर्स ने कुटाई का रेट बढ़ाने की मांग को लेकर क्रय केंद्रों का धान कूटने से इनकार कर दिया है. राइस मिलर्स के इस कदम के चलते जिला विपणन अधिकारी ने सभी को नोटिस जारी किया था.

इस नोटिस के खिलाफ बुधवार को राइस मिल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार चौरसिया के साथ कई मिल संचालक जिला विपणन अधिकारी कार्यालय पर धरने पर बैठ गए. इनका कहना था कि राइस मिल कृषि आधारित उद्योग होने के बाद भी बदहाली के कारण घाटे में है.

बीस सालों से सिर्फ दस रुपये प्रति क्विंटल कुटाई दी जा रही है. दो साल से समय पर चावल देने पर सिर्फ बीस रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. वहीं डीजल और मशीन के कल पुर्जों की कीमत कई गुणा बढ़ गई है. उनका कहना है कि प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर 250 रुपये प्रति क्विंटल की जानी चाहिए.

महामंत्री राजकुमार मिश्र ने कहा कि विपणन अधिकारी की नोटिस की खिलाफत में वो धरने बैठे हैं. उनकी मांगें जब तक नहीं मानी जाएंगी, तब तक वह धान की कुटाई नहीं करेंगे. इस दौरान धरने पर बैठे लोगों ने जिला विपणन अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी को दस सूत्रीय ज्ञापन सौंपा.

यह भी पढ़ें- प्रतापगढ़ डीएपी खाद घोटाला: करोड़ों के घोटाले के बाद फरार हुआ पीसीएफ गोदाम प्रभारी, FIR दर्ज

गौरतलब है कि राइस मिल मालिक इस बार आर-पार के मूड में हैं. प्रतापगढ़, चंदौली, अंबेडकरनगर के साथ प्रयागराज के राइस मिलर्स में यह विरोध देखने को मिला.

इन सभी जिलों से प्रदर्शन की खबरें आईं. चंदौली के राइस मिलर्स ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. उन्होंने चंदौली के जिला विपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव को 13 सूत्री मांगों से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा.

अंबेडकरनगर में आंदोलन कर रहे राइस मिलर्स ने अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर जिला खाद्य विपणन अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और मौके पर पहुंचे एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. वहीं, प्रयागराज राइस मिलर पहले ही ज्ञापन सौंप चुके हैं. इसके बाद उन्होंने जिला खाद्य विपणन अधिकारी के कार्यालय का किया घेराव किया.

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