प्रतापगढ़ : पट्टी क्षेत्र में लगने वाले ऐतिहासिक मेले पर इस बार कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. साल 1910 से हर साल लगने वाला ऐतिहासिक मेला इस बार कोरोना के चलते नहीं लगेगा. भारत सहित दुनिया भर में फैली कोरोना महामारी के चलते पट्टी के ऐतिहासिक मेले को स्थगित कर दिया गया है. मंगलवाल को आयोजित रामलीला समिति की अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया.
दरअसल, ऐतिहासिक मेले को लेकर मंगलवार को पट्टी डाक बंगले पर मेला समिति के पदाधिकारियों के साथ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई. इस बैठक में मेला पदाधिकारियों के साथ एएसपी सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी, एसडीएम धीरेंद्र प्रताप सिंह, सीओ अतुल अंजान त्रिपाठी, तहसीलदार विनोद गुप्ता और कोतवाल पट्टी नरेंद्र सिंह शामिल हुए. इस बैठक में सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि पट्टी का ऐतिहासिक दशहरा मेला इस बार नहीं लगेगा.
औपचारिक परंपराओं का होगा निर्वहन
कोरोना के चलते पट्टी का ऐतिहासिक मेला नहीं लगेगा. लेकिन मेले में हर साल की तरह परंपराएं निभाई जाएंगी. मेले में औपचारिक रूप से रावण वध, शोभायात्रा और भारत मिलाप का आयोजन किया जाएगा. हालांकि मेला परिसर में दुकानें नहीं होंगी और भीड़भाड़ भी नहीं लगेगी.
मेले में नहीं आने की पुलिस करेगी अपील
पट्टी क्षेत्र में लगने वाले इस ऐतिहासिक मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. इस बार मेला नहीं लगेगा, इसका बकायदा पुलिस प्रचार भी करेगी. एडिशनल एसपी सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी ने बताया पट्टी कोतवाल नरेंद्र सिंह को यह निर्देश दिया गया है कि वह अपने पुलिस वाहन में माइक बांधकर ग्रामीण अंचल में इसका प्रचार-प्रसार करें, ताकि लोग मेले में न आएं.