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गोली से घायल प्रधान प्रत्याशी की इलाज के दौरान मौत

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में प्रधान पद के प्रत्याशी रहे व्यक्ति की मौत हो गई. उन पर कुछ दिन पहले हमला हुआ था. वह घायल थे.

प्रतापगढ़
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Published : May 10, 2021, 10:04 PM IST

प्रतापगढ़ः जिले में पंचायत चुनाव में प्रधान प्रत्याशी की सोमवार को मौत हो गई. वह अस्पताल में भर्ती थे. कुछ दिन पहले उन पर जानलेवा हमला हुआ था और उन्हें गोली मार दी गई थी.

ये है पूरा मामला
कोतवाली के हदिराही गांव में पंचायत चुनाव में प्रत्याशी रहे वरुण तिवारी पर 23 अप्रैल को जानलेवा हमला हुआ था. इस मामले में निर्वाचित प्रधान नन्हें वर्मा पर हत्या के प्रयास का मुकदमा भी दर्ज किया गया था. वहीं, घायल वरूण तिवारी का पहले प्रयागराज में इलाज चला. हालत में सुधार न देख परिजन वरूण को इलाज के लिए कानपुर के एक अस्पताल ले गए थे. सोमवार को उन्होंने दम तोड़ दिया.

गांव में तनाव
वरूण पर प्राणघातक हमले को लेकर हदिराही में तनाव का माहौल बना हुआ था. सोमवार को मौत की जानकारी के बाद उनके समर्थकों में गुस्सा बढ़ गया है.

नवनिर्वाचित प्रधान है जेल में
पुलिस ने मृतक के भाई कृष्ण कुमार तिवारी की ओर से नन्हें वर्मा, जीतेन्द्र वर्मा, महेन्द्र वर्मा, अजीत, लक्ष्मण, संगम तथा रिंकू वर्मा समेत सात के खिलाफ 23 अप्रैल की रात सवा नौ बजे गांव में करताली की दुकान के सामने घेरकर मारपीट, गालीगलौज व गोली मारने का केस दर्ज किया था. पुलिस ने इस सात में से, दो आरोपियों को हिरासत में भी लिया था. मुकदमे में वांछित निर्वाचित प्रधान नन्हें वर्मा को घटना के बाद ही जेल भेज दिया गया था. नन्हें वर्मा के पुत्र जीतेन्द्र वर्मा को भी पुलिस ने हाल ही में तमंचे के साथ दबोचा है. वह भी फिलहाल जेल में है.

इसे भी पढ़ेंः देश के इन राज्यों में लगा संपूर्ण लॉकडाउन, लगीं ये पाबंदियां

जताया था आक्रोश
रविवार को घटना के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर ग्रामीणों ने कोतवाल से मिलकर आक्रोश भी जताया था. वहीं, प्रधान प्रत्याशी वरूण तिवारी की मौत की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली पुलिस के भी हाथ पांव फूल उठे. आनन-फानन में प्रभारी कोतवाल रामानुज यादव फोर्स के साथ हदिराही गांव पहुंच गए. प्रभारी कोतवाल ने हत्यारोपियों में वांछित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर भी संभावित ठिकानों पर दबिश दी.

प्रतापगढ़ः जिले में पंचायत चुनाव में प्रधान प्रत्याशी की सोमवार को मौत हो गई. वह अस्पताल में भर्ती थे. कुछ दिन पहले उन पर जानलेवा हमला हुआ था और उन्हें गोली मार दी गई थी.

ये है पूरा मामला
कोतवाली के हदिराही गांव में पंचायत चुनाव में प्रत्याशी रहे वरुण तिवारी पर 23 अप्रैल को जानलेवा हमला हुआ था. इस मामले में निर्वाचित प्रधान नन्हें वर्मा पर हत्या के प्रयास का मुकदमा भी दर्ज किया गया था. वहीं, घायल वरूण तिवारी का पहले प्रयागराज में इलाज चला. हालत में सुधार न देख परिजन वरूण को इलाज के लिए कानपुर के एक अस्पताल ले गए थे. सोमवार को उन्होंने दम तोड़ दिया.

गांव में तनाव
वरूण पर प्राणघातक हमले को लेकर हदिराही में तनाव का माहौल बना हुआ था. सोमवार को मौत की जानकारी के बाद उनके समर्थकों में गुस्सा बढ़ गया है.

नवनिर्वाचित प्रधान है जेल में
पुलिस ने मृतक के भाई कृष्ण कुमार तिवारी की ओर से नन्हें वर्मा, जीतेन्द्र वर्मा, महेन्द्र वर्मा, अजीत, लक्ष्मण, संगम तथा रिंकू वर्मा समेत सात के खिलाफ 23 अप्रैल की रात सवा नौ बजे गांव में करताली की दुकान के सामने घेरकर मारपीट, गालीगलौज व गोली मारने का केस दर्ज किया था. पुलिस ने इस सात में से, दो आरोपियों को हिरासत में भी लिया था. मुकदमे में वांछित निर्वाचित प्रधान नन्हें वर्मा को घटना के बाद ही जेल भेज दिया गया था. नन्हें वर्मा के पुत्र जीतेन्द्र वर्मा को भी पुलिस ने हाल ही में तमंचे के साथ दबोचा है. वह भी फिलहाल जेल में है.

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जताया था आक्रोश
रविवार को घटना के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर ग्रामीणों ने कोतवाल से मिलकर आक्रोश भी जताया था. वहीं, प्रधान प्रत्याशी वरूण तिवारी की मौत की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली पुलिस के भी हाथ पांव फूल उठे. आनन-फानन में प्रभारी कोतवाल रामानुज यादव फोर्स के साथ हदिराही गांव पहुंच गए. प्रभारी कोतवाल ने हत्यारोपियों में वांछित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर भी संभावित ठिकानों पर दबिश दी.

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