प्रतापगढ़ : सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मंगलवार को सपा के जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इस दौरान उनके साथ समर्थकों का हुजूम देखने को मिला. सपा जिलाध्यक्ष के सरेंडर से प्रतापगढ़ की राजनीति गरमा गई है. ग्राम समाज की जमीन को अवैध रुप से कब्जा का विरोध करने पर मामला दर्ज हुआ था. विभिन्न धाराओं में मुकदमा हुए और वे जेल भेजे गए थे.
अध्यक्ष की मां ग्राम प्रधान थीं जिसके चलते यादव ने अवैथ कब्जे का विरोझ किया था. हाईकोर्ट से एससीएसटी मामले में हुई बेल के खिलाफ गायत्री देवी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को बेल का ग्राउंड क्रिमिनल हिस्ट्री दर्शाने के निर्देश और निचली अदालत में आरोपी को सरेंडर का आदेश 22 अक्टूबर को जारी किया था.
गौरतलब है कि कभी राजा भईया के बेहद करीबी रहे छविनाथ यादव की दूरियां लगातार बढ़ती गईं. राजा भईया के सपा से अलगाव के बाद दोनों के बीच में दूरियां बढ़ी. जिसके चलते समय -समय पर छविनाथ अपने राजनैतिक उत्पीड़न का आरोप लगाते रहे हैं. पहले भी जब छविनाथ यादव जेल भेजे गए थे, उस समय भी राजनीतिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था.
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जिलाध्यक्ष छविनाथ के सरेंडर के बाद प्रतापगढ़ जनपद की राजनीति में भूचाल आ गया है. वहीं विधानसभा चुनाव में इसका असर पड़ेगा या नहीं, इसको लेकर भी लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है. लोग आगामी विधानसभा चुनाव में इसके परिणाम को लेकर तरह तरह की कयासबाजी लगा रहे हैं.