प्रतापगढ़ : जिले के लालगंज कोतवाली के गांव बरिस्ता में दो महीने पहले हुए किसान की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि अपमान का बदला लेने के लिए अपराधियों ने किसान को मौत के घाट उतारा था.
दो महीने बाद हुआ हत्या का खुलासा
पिछले दो माह से किरकिरी झेल रही लालगंज पुलिस के हाथ आखिरकार सफलता मिल ही गई. सर्विलांस के माध्यम से जब पुलिस ने पूरे मामले की गहनता के साथ छानबीन की तब असली हत्यारोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गये. हालांकि इस हत्या का राज पास करने में पुलिस ने कई निर्दोष लोगों को भी कंगाल बना दिया. परंतु सही आरोपी के पकड़ में आ जाने के बाद लालगंज की कथा गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है.
हत्या से इलाके में मच गई थी सनसनी
बता दें कि लालगंज कोतवाली के फरिश्ता गांव के निवासी शकील अहमद पुत्र मुमताज की खेत में रखवाली करते समय बीते 7 अक्टूबर की रात को धारदार हथियार से गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया गया. इस सनसनीखेज वारदात की वजह से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. इस मामले में मृतक के परिजनों की तहरीर पर आसपास के गांव में कुछ लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए तहरीर दी गई थी.
सर्विलांस के जरिए पकड़े गए अपराधी
आरोप ये भी लगे कि पुलिस नामजद आरोपियों को अपनी पकड़ में लेने के बाद जमकर धन उगाई की. लेकिन बाद में मामले की विवेचना के दौरान पता चला कि जिन लोगों को नामजद किया गया है उनके बजाय दूसरे लोगों ने हत्या की घटना को अंजाम दिया है. इस पर पुलिस ने सर्विलांस का सहयोग लिया. सर्विलांस के जरिए इस हत्या में इसी गांव के गुलजार खान पुत्र जमीलुद्दीन तथा शोएब खान पुत्र इलियास का नाम सामने आया. जब पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ कर पूछताछ किया, तब दोनों ने पूरे राज का पर्दाफाश कर दिया.
अपमान का बदला लेने के लिए की हत्या
आरोपियों के मुताबिक मृतक तकरीर दबंग था. बात-बात पर वह हाथ छोड़ देता था. खेत में जानवर के जाने तथा बाग में आम तोड़ लेने पर उसने दोनों को जमकर पीटा था. इस अपमान का बदला लेने के लिए दोनों ने योजना बनाई. रात में खेत की रखवाली करते समय दोनों ने उसके सो जाने का इंतजार किया. इसके बाद जब वो सो गया तो दोनों ने धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया. अब पुलिस ने आरोपी सौरव गौड़ और अजय बेसलेस मिश्रा के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज जेल भेज दिया है.