प्रतापगढ़: कोरोना वायरस से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार ने गेहूं खरीद की व्यवस्था चाक-चौबंद करने का फैसला किया है. इस संकट के समय किसानों को राहत देने का न सिर्फ फैसला किया गया है, बल्कि व्यवस्थित तरीके से सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किसानों से गेहूं खरीदने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी.
जिले में 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद प्रारंभ हो रही है. इस साल कोरोना के चलते जिले में क्रय केंद्रों की संख्या घट गई है और रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसान भी कम हो गए हैं. इससे गेहूं खरीद पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. इस साल पिछली बार की अपेक्षा 13 क्रय केंद्र घटे हैं. साथ ही इस बार 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीद होगी.
पिछले साल के मुकाबले क्रय केंद्र की संख्या घटी
जिले में किसानों को गेहूं की उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए जिले में 35 क्रय केंद्र खोले गए हैं. पिछले साल गेहूं की खरीद करने के लिए 48 केंद्र बनाए गए थे मगर इस साल 35 केंद्रों को ही मंजूरी मिली है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सात केंद्र और खोलने पर विचार किया जा रहा है. अभी तक मात्र 396 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि पिछले वर्ष रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों की संख्या हजारों में थी.
क्रय केंद्रों पर होगी सैनिटाइजर की व्यवस्था
खरीद के लिए सभी केंद्रों पर कांटा, बाट, बोरी के साथ सैनिटाइजर, पानी और साबुन की भी व्यवस्था की जा रही है. ये सारी तैयारी कोरोना संक्रमण को देखते हुए की जा रही है. शहर में कोरोना के कुल पांच हॉटस्पॉट्स हैं. इसके चलते कई इलाके पूरी तरह सील हैं. ऐसे में किसान रजिस्ट्रेशन के लिए भी नहीं निकल पा रहे हैं.
जिला विपणन अधिकारी का बयान
जिला विपणन अधिकारी धनंजय सिंह का कहना है कि शासन से जो भी आदेश मिल रहे हैं उसका पालन किया जा रहा है. कोरोना संकट को देखते हुए पूरी तैयारी की जा रही है.