प्रतापगढ़: जिले में डीएम ने पूर्व मंत्री वर्तमान विधायक रघुराज प्रताप सिंह"राजा भैया" के पिता समेत 11 लोगों को दो दिनों के लिए नजरबंद कर दिया है. कुंडा के शेखपुर में हनुमान मंदिर पर मोहर्रम के दिन आयोजित होने वाले भंडारे को लेकर जिला प्रशासन ने यह कदम उठाया है. इसके साथ ही डीएम ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए भंडारे का कार्यक्रम निरस्त कर दिया है. इससे संबंधित नोटिस भी पुलिस ने भदरी गेट पर चस्पा कर दिया है, जिससे शेखपुर में हनुमान मंदिर पर भंडारे की संभावना खत्म हो गई है.
बीते कई वर्षों से मोहर्रम के दिन राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह एक भण्डारे का आयोजन करते हैं. बताया जाता है कि मोहर्रम का जुलूस निकलने वाले रास्ते पर एक बंदर की मौत हो गई थी. उसी की याद में वहीं मौजूद हनुमान मंदिर पर भंडारे का आयोजन होता है. हालांकि पूर्व में हाईकोर्ट के निर्देश पर भंडारा स्थगित कराते हुए आयोजन में शामिल लोगों को नजरबंद किया जाता रहा है. भंडारे के आयोजन में पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के पिता शामिल होते थे. इसे देखते हुए जिला प्रशासन मोहर्रम का जुलूस निकलने तक हलाकान रहता था.
इस साल कोरोना के चलते मोहर्रम के दिन जुलूस नहीं निकलेगा. जिलाधिकारी रूपेश कुमार ने कुंडा एसडीएम व कोतवाल को आदेश देते हुए कहा है कि उदय प्रताप सिंह भदरी, जितेंद्र यादव कबरियागंज, आनंदपाल, रमाकांत मिश्रा, रवि सिंह, हनुमान पांडेय, केशरी नंदन, जमुना मौर्या, निर्भय सिंह, गया प्रसाद प्रजापति, भवानी विश्वकर्मा को सोमवार की सुबह तक घरों में नजर बंद रखने का आदेश दिया है. डीएम का आदेश मिलने के बाद कुंडा में सरगर्मियां तेज हो गईं हैं.
जिलाधिकारी ने विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि भदरी किले से राजा उदय प्रताप सिंह ने भंडारे की अनुमति के लिए पत्र लिखा था. उसे निरस्त कर दिया गया है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस तरह के कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जा सकती है. मोहर्रम के दिन भंडारे का आयोजन सही नहीं है, जब जुलूस पर रोक है तो कैसे भंडारे की अनुमति दी जाए.
भदरी किला और हनुमान मंदिर के पास पुलिस की तैनाती का आदेश दिया गया है. शेखपुर में मोहर्रम आते ही भंडारे का मामला गरमाने लगता है. शेखपुर हनुमान मंदिर पर भंडारे का प्रयास किया जाता है. इसको लेकर प्रशासन भारी पुलिस बल तैनात करता है. बीते तीन वर्षों से भंडारे पर रोक लगाई जाती रही है. राजा उदय प्रताप सिंह नजरबंद रहते हैं.