प्रतापगढ़: विकासखंड मांधाता के गांव डीह में एक घर पर लगी आग से दो मवेशी, एक मोटरसाइकिल सहित घर का सारा सामान जलकर राख हो गया. हालांकि ग्रामीणों ने आग बुझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन आग इतनी विकराल थी कि उस पर काबू पाना मुश्किल था. लंबे इंतजार के बाद सूचना पर पहुंची दमकल की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक किसान के सपनों आशियाना उजड़ चुका था.
दमकल पर लापरवाही का आरोप
शनिवार की रात में अज्ञात कारणों से लगभग 10 से 11 बजे के मध्य छप्पर में आग लग गई. आग ने देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. ग्रामीणों का कहना था कि दमकल और पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया गया, लेकिन फोन लगा नहीं. लिहाजा ग्रामीण खुद ही आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे, लेकिन उनका प्रयास असफल साबित हुआ. हालांकि बाद में दमकल टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. प्रशासन की हीलाहवाली से ग्रामीणों में आक्रोश है.
कोरोना संकट के बीच आग ने पहुंचाई गहरी चोट
कोरोना महामारी के संकट के बीच लगी इस आग से किसान रामजस रमेश बहादुर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. इस आग से छोटे खेतिहर किसान को बड़ी क्षति हुई है. उसके घर में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया, जबकि एक मोटरसाइकिल सहित दो मवेशियों को आग ने लील लिया. लॉकडाउन ने जहां किसान परिवार को चोट पहुंचाई थी, वहीं अब इस हादसे से पूरा परिवार सड़क पर आ गया, उनके सामने दो वक्त की रोटी का संकट खड़ा हो गया है. आग किन कारणों से लगी है, इसका पता अभी तक नहीं चल सका है.