प्रतापगढ़ः जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से बुधवार को कुसुमी फाटक के पास प्रयागराज-प्रतापगढ़ मुख्य मार्ग पर सारा दिन जाम रहा. रेलवे के द्वारा ट्रैक मरम्मत की सूचना देने के बाद भी जिला प्रशासन ने न तो रूट डायवर्ट किया न ही जनता को सूचना दी, जिसकी वजह से कुसुमी फाटक के पास बुधवार को भारी जाम रहा. इस दौरान लोग जिला प्रशासन को कोसते नजर आए.
दरअसल, प्रतापगढ़-प्रयागराज रेल खंड पर स्थित गेट नंबर 53/ए के अनुरक्षण का कार्य होना था. सेक्शन के पीडब्लूआई एमपी पांडेय ने 7 अगस्त को इसकी सूचना पत्र के माध्यम से जिले के अधिकारियों को दी थी, जिसमें उन्होंने गेट बंद होने और उससे उत्पन्न होने वाले जाम से निपटने के लिए पुलिस बल की मांग की थी. बुधवार की सुबह रेलवे के लोग पहुंचे और कुसुमी क्रॉसिंग गेट 8 घंटे के लिए बंद कर मरम्मत में जुट गये, लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा कोई तैयारी नहीं की गई थी.
इसकी सूचना न मिलने से लोग बेधड़क फाटक तक चले आये. इनको न तो भूपियामऊ में रोककर बताया गया न ही भगवा चुंगी चौराहे पर, जिससे लंबा जाम लग गया. वहीं भारी जाम लगने के बाद पुलिस जागी और ट्रैफिक कंट्रोल करना शुरू किया, लेकिन तब तक प्रतापगढ़-प्रयागराज सड़क मार्ग पर लंबा जाम लग चुका था. अचानक गेट बंद होने से जाम में फंसे लोग अधिकारियों को कोसते नजर आये. उनका कहना था कि फाटक बंद होने की कोई सूचना आमजन को किसी के जरिये नहीं मिली, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस दौरान लोग पैदल और अपने दुपहिया वाहनों को रेलवे लाइन पार करके किसी तरह निकले. वहीं भारी वाहन गेट खुलने का इंतजार करते रहे.
इस बारे में पीडब्लूआई एमपी पांडेय ने बताया कि उन्होंने 7 अगस्त को डीएम और एसपी के दफ्तर में इसकी सूचना दी थी. शाम पांच बजे काम समाप्त होने तक के लिए पुलिस फोर्स भी मांगी थी. इस बारे में एडीईएन प्रयाग का कहना था कि मीडिया के माध्यम से आमजन को सूचना देने का काम जिला प्रशासन का है, उनका नहीं. वे जनहित में भी मीडिया को सीधे तौर पर सूचना नहीं दे सकते हैं.