प्रतापगढ़: जिलाधिकारी डॉ. रूपेश कुमार ने गुरुवार को कर-करेत्तर एवं राजस्व वसूली की समीक्षा बैठक की. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व वसूली में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आबकारी और परिवहन विभाग की राजस्व वसूली लक्ष्य के सापेक्ष खराब पाई गई. इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्व वसूली में सुधार लाया जाए. बैठक में विद्युत देय, स्टाम्प, खनन, वन, मण्डी शुल्क और सिंचाई आदि विभागों की समीक्षा की गई.
स्टाम्प एवं विद्युत देय की वसूली सन्तोषजनक पाई गई. शेष विभागों की वसूली सन्तोषजनक नहीं मिली. जिलाधिकारी ने कहा कि शासन के निर्देश के क्रम में अभियान चलाकर देयकों की वसूली की जाए. नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों के राजस्व वसूली की समीक्षा के दौरान अधिशासी अधिकारी पट्टी, अन्तू, कुण्डा की अपेक्षित प्रगति ठीक न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की. डीएम ने निर्देशित करते हुए कहा कि शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित की जाए.
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की निकायवार समीक्षा की गई और अधिशासी अधिकारी रानीगंज के कार्यों की सराहना हुई. साथ ही शेष अधिकारियों को निर्देशित किया कि व्यापक प्रचार-प्रसार कराते हुए पात्र लाभार्थियों को योजना से लाभान्वित किया जाए. जिलाधिकारी ने चकबन्दी विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि धारा-22, धारा-52, धारा-23 और धारा-27 के लम्बित वादों का निस्तारण किया जाए.
डीएम ने एसओसी को निर्देशित किया कि शासन की ओर से निर्धारित समयसीमा के अन्तर्गत कार्रवाई पूर्ण की जाए. इस वर्ष लम्बित सभी प्रकरण को अभियान चलाकर उनका निस्तारण सुनिश्चित किया जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व वसूली में शिथिलता बरतने पर सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी, इसीलिए राजस्व वसूली के लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति की जाए.