प्रतापगढ़: डीएम की अध्यक्षता में मंगलवार को कैम्प कार्यालय में कोरोना वायरस की रोकथाम एवं बचाव हेतु अधिकारियों के साथ बैठक की गई. बैठक में डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में श्रमिक स्पेशल ट्रेन एवं अन्य वाहनों से आ रहे जनपद के निवासी श्रमिकों को क्वारंटाइन सेन्टर ले जाकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए. यदि उनमें कोरोना वायरस के संक्रमण का कोई लक्षण नहीं पाया जाता है तो उन्हें खाद्यान्न किट उपलब्ध कराते हुए 21 दिनों के होम क्वारंटाइन के लिए घर भिजवा दिया जाए.
डीएम ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर प्रधान की अध्यक्षता में गठित ग्राम निगरानी समितियों द्वारा होम क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति का निरन्तर सर्विलान्स का कार्य किया जाना है. होम क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति का भी दायित्व है कि वह इस अवधि में अपने घर पर ही रहे तथा यथा सम्भव पृथक कक्ष में रहे. बाहर निकलने पर मास्क लगाए.
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जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि आशा, आशा संगिनी के माध्यम से होम क्वारंटाइन किए गए व्यक्तियों के निरन्तर सम्पर्क में रहे. उनमें यदि कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण पाए जाते हैं तत्काल सम्बन्धित सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी को सूचित करें. बैठक में यह तथ्य संज्ञान में आया है कि प्राथमिक विद्यालयों और पंचायत भवन में प्रवासी कामगारों को रोके जाने की शिकायत प्राप्त हो रही है. इस सम्बन्ध में शासन के स्पष्ट निर्देश है कि कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर व्यक्ति का सैम्पल लेते हुये उन्हें क्वारंटाइन सेन्टर पर रखा जाए. जिला प्रशासन द्वारा जनपद में 83 कॉलेज क्वारंटाइन सेन्टर हेतु चिन्हित किए गए है. इन्हीं सेन्टरों पर प्रवासी कामगारों के लिये ठहरने, भोजन आदि की व्यवस्था की गई है.