प्रतापगढ़: कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कानपुर जिले में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या को दु:खद बताया. साथ ही प्रदेश की कानून-व्यवस्था को अत्यन्त चिंताजनक करार दिया. वहीं प्रयागराज में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या को दिल दहला देने वाली घटना बताया. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से यह साबित हो गया है कि प्रदेश मे जंगलराज व्याप्त हो गया है.
शुक्रवार को नगर स्थित कैम्प कार्यालय पर हुई पत्रकार वार्ता मे विधानमण्डल दल कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि कानपुर के बिकरू गांव में सीओ देवेन्द्र मिश्रा और थानाध्यक्ष महेश यादव के साथ प्रतापगढ़ के भी जाबांज उपनिरीक्षक अनूप सिंह समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हुये. पुलिस कर्मियों की शहादत यूपी में कानून-व्यवस्था की जर्जर स्थिति बयां करने के लिए पर्याप्त है.
दो-दो करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की मांग
आराधना मिश्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से कानपुर की घटना को अपराधियों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने को कहा है, ताकि प्रदेश की जनता का भरोसा कानून-व्यवस्था पर बना रहे. साथ ही पुलिसकर्मियों का भी मनोबल बढ़े. उन्होंने जिले के मान्धाता के बेलखरी निवासी उपनिरीक्षक अनूप सिंह की भी शहादत को नमन किया. साथ ही प्रत्येक शहीदों के परिवार को प्रदेश सरकार की ओर से दो-दो करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने के लिये कहा. इसके साथ ही इन शहीद परिवारों के आश्रितों को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग की.
आराधना मिश्रा मोना ने सरकार से यह भी कहा है कि कानपुर की घटना में जो अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उनका देश के जिस भी हिस्से मे बेहतर इलाज हो सके, ऐसे घायलों को एयरलिफ्ट कर उपचार का प्रभावी बंदोबस्त करें. मोना ने शहीद के परिजनों को सरकारी नौकरी के लिए सरकार से किसी भी आडे़ आ रहे नियम को शिथिल करते हुए बालिग आश्रित के योग्य होने तक प्रतीक्षा कर सेवा में समायोजित किये जाने पर भी जोर दिया. वार्ता के दौरान मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, राममिलन तिवारी, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, ब्लॉक प्रमुख ददन सिंह, आशीष उपाध्याय औऱ रोहित शुक्ल भी मौजूद रहे.