प्रतापगढ़: कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य व पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने पराली जलाने के नाम पर किसानों को परेशान करने व उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर उत्पीडन कराने का आरोप लगाया है. दो दिन पहले लालगंज कोतवाली इलाके में 20 किसानों पर केस दर्ज किया गया है. इसको लेकर प्रमोद तिवारी ने यह बयान जारी किया है.
मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से जारी बयान में प्रमोद तिवारी ने कहा कि पराली जलाने वालों पर आपराधिक मुकदमें दर्ज कर उनका मानसिक व आर्थिक शोषण किया जा रहा है. ऐसे लोगों पर मुकदमा लादने के बजाय उनको बुलाकर समझाते हुए जागरूक करने की आवश्यक्ता है. मैनपुरी की घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पराली जलाने के आरोप में पुलिस मानवाधिकार को तार-तार करते हुए पांच किसानों को घसीटकर थाने ले गई और मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया.
प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते किसानों की फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं बिक पा रही हैं. किसान आर्थिक रूप से बदहाल हो रहे हैं और सरकार उनकी सहायता के बजाय पराली के नाम पर उत्पीड़न कर रही है. जिले के लालगंज कोतवाली पुलिस ने एसडीएम लालगंज के आदेश पर 20 किसानों पर मुकदमा दर्ज किया है, जिसको लेकर कांग्रेस नेताओं में नाराजगी है. यह इलाका रामपुरखास विधानसभा के अंतर्गत आता है और प्रमोद तिवारी का गढ़ है. बतादें कि प्रमोद तिवारी यहां से वह नौ बार विधायक रहे हैं. वहीं मौजूदा वक्त में उनकी बेटी आराधना मिश्रा यहां से विधायक हैं.