प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां अंतिम दौर में हैं. इस बीच देश से लेकर प्रदेश तक राजनीति में प्रतापगढ़ का एक अलग दबदबा है, लेकिन पिछले पंचायत चुनाव में गांव के मतदाताओं ने 74 अंगूठा छाप प्रधानों को गांव की सत्ता और विकास की बागडोर सौप दी थी. 74 ग्राम प्रधान अपना नाम तक नहीं लिख पाते है, ऐसा आकड़े बता रहे हैं, लेकिन इन गांवों के मतदाताओं ने अंगूठा छाप प्रधान प्रत्याशी पर जमकर वोट बरसाए थे.
पढ़े लिखे मतदाताओं को गांवों की जनता नकारते हुए अपना प्रधान अंगूठा छाप चुना था, जिसके चलते 2015 के पंचायत चुनाव में 74 ग्राम पंचायतों की सीटों पर विरोधियों को मात देकर कब्जा करने में प्रधान सफल रहे थे, लेकिन इस बार के आगामी पंचायत चुनाव में निवर्तमान 74 अंगूठा छाप प्रधानों की राह आसान होती हुई नहीं दिखाई पड़ रही है. क्योंकि इस बार 1193 ग्राम पंचायतों में मतदाताओं की संख्या पांच लाख तक बढ़ गई है. दरअसल 5 लाख नए जुड़े मतदाता या तो युवा है या तो किसी कारण वश पिछले पंचायत चुनाव के मतदाता की सूची में नहीं शामिल हो पाए थे. 62 ग्राम पंचायतो को शहरी निकाय में शिफ्ट किया जा चुका है.
युवा और पढ़े लिखे मतदाताओं का रुझान इस बार शिक्षित प्रधानों पर साफ़ तौर पर दिखाई पड़ रहा है. वहीं नए बढ़े युवा मतदाताओं से अंगूठा छाप प्रधान चिंतित दिखाई पड़ रहे है. प्रतापगढ़ जिले में पंचायत चुनाव में अब तक इस बार मतदाताओं की कुल संख्या 2620052 तक पहुंच गई है, जबकि पिछले चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 2472462 थी, जिसमें 1297507 पुरुष मतदाता और 1174955 महिला मतदाता शामिल थी. पिछले पंचायत चुनाव के बाद अब तक 62 ग्राम पंचायतों को शहरी निकाय में शिफ्ट किया जा चुका है, जिसके चलते लगभग 3 लाख मतदाता ग्रामीण से शहरी निकाय में शामिल हो गए सहायक निर्वाचन अधिकारी पंचायत एसपी बरनवाल के मुताबिक अभी तक 5 लाख से अधिक मतदाता इस बार पंचायत चुनाव के मतदान सूची में शामिल किया जा चुका है.
इन गांवों में है अंगूठा छाप प्रधान
पिछले पंचायत चुनाव में मान्धाता के पूरेस्वामीदास, पूरे लाल, सुमेरपुर, आसपुरदेवसरा ब्लाक के धरौली, गोविन्दपुर, उमापुर, सदर ब्लाक के पूरे भैया, रामनगर, बाबागंज ब्लाक के गोविंदनगर, किधौली, ऐमापुर विन्धन, कलाकाकर ब्लाक के मुस्सापुर, रेवली, झोकवारा, लालगंज ब्लाक के कौशल्यापुर, सारीपुर, पुरेतिलकराम, गौरा ब्लाक के सडीला, बिहार ब्लाक के रायपुर, खटवारा, मगरौरा ब्लाक के मन्दाह, बोझी, सरौली, पट्टी ब्लाक के सरसतपुर, समेत 74 ग्राम प्रधान अंगूठा छाप थे. बढ़े मतदाताओं के साथ ही शिक्षित मतदाताओं की भी सांख्य इस बार बड़ी चुनौती रहेगी.