पीलीभीतः जिला बेसिक अधिकारी कार्यालय अपने कारनामों को लेकर लगातार सुर्खियों में बना रहता है. ताजा मामला यह है कि एक मृतक आश्रित युवक अपने पिता की जगह फर्जी मार्कशीट लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंचा, लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप की सजगता से होने वाली बड़ी लापरवाही पकड़ी जा सकी.
जनपद पीलीभीत के बीसलपुर के प्राथमिक विद्यालय में बाबू राम सिंह तैनात थे. अप्रैल 2019 में बाबूराम की मौत हो गई, जिसके बाद बाबूराम का बेटा कुलदीप सिंह अपने पिता की जगह बतौर मृतक आश्रित नौकरी लेने पहुंचा. इस दौरान कुलदीप सिंह ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को बीएड की मार्कशीट दी. वहीं संदेह होने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप ने सभी प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया, जिसमें कुलदीप सिंह की बीएड की मार्कशीट में फेरबदल पाया गया.
इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बाबा भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी से पत्राचार किया, लेकिन जवाब यूनिवर्सिटी से नहीं मिला. कुलदीप सिंह ने बीएड की दूसरी मार्कशीट डाक से बीएसए कार्यालय पहुंचा दी, जिससे सत्यापन करने वालों के होश उड़ गए, क्योंकि एक युवक की बीएड की एक ही नाम से 2-2 मार्कशीट मिली. दोनों मार्कशीट मे रोल नंबर और इनरोलमेंट नंबर के साथ-साथ विषयों के नंबर में बड़ा फेरबदल देखा गया.
मामले की जानकारी देते हुए पीलीभीत के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र स्वरूप ने बताया कि कुलदीप सिंह के अब दोनों दोनों मार्कशीट के सत्यापन के लिए एक बार फिर से बाबा भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी से पत्राचार किया गया है.