पीलीभीत: बीते रविवार से ही जिले में मूसलाधार बारिश शुरू हो गई थी. बेमौसम शुरू हुई यह बरसात 36 घंटे बाद भी लगातार जारी है. बरसात के कारण एक तरफ जहां किसानों के चेहरे पर परेशानी नजर आ रही है, तो दूसरी तरफ जिले भर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इसके साथ ही पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के बाद अब नदियों में भी उफान देखा जा रहा है. वहीं भारी बरसात के चलते जिले भर के कई निचले इलाकों में घरों में पानी घुस चुका है, जिससे अब सामान्य जनजीवन प्रभावित है.
पहाड़ों और मैदानी क्षेत्र में लगातार बारिश से सुबह 6 बजे बनवसा स्थित शारदा बैराज से 4,33444 क्यूसेक पानी नदी में डिस्चार्ज किया गया. सुबह 10 बजे तक माधोटांडा के रमनगरा गभिया क्षेत्र पहुंचने की संभावना को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है.
पीलीभीत से सटे उत्तराखंड इलाके में बने नानक सागर डैम से भी भारी मात्रा में पानी को डिस्चार्ज किया गया है, जिस पानी के बहाव को देखते हुए पीलीभीत के अमरिया तहसील और सदर तहसील क्षेत्र के कई गांव को अलर्ट पर रखा गया है. जिला प्रशासन जिले में बाढ़ की आशंका को लेकर लगातार नजर बनाए हुआ है.
मूसलाधार बारिश ने एक तरफ जहां सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है, तो वहीं दूसरी तरफ इससे किसान काफी परेशान नजर आ रहे हैं. किसानों का कहना है कि बेमौसम हुई बरसात से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. मंडी परिषद में ध्यान लेकर पहुंचे किसानों का ध्यान जीत गया है. दूसरी तरफ खेतों में खड़ी फसल भी तेज हवा के कारण सीख गई है, जिससे किसानों के चेहरे पर परेशानियां देखी जा रही हैं.
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