पीलीभीतः बीजेपी सांसद वरुण गांधी (BJP MP Varun Gandhi) ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के नाम से चिट्ठी जारी कर संविदा कर्मचारियों की मांग उठाई है. सांसद वरुण गांधी ने कहा कि आपने सभी मांगों को मानने का आश्वासन दिया था. लेकिन ढाई महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई शासनादेश जारी नहीं हुआ है.
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और मंत्रिमंडल विस्तार में जगह न मिलने के बाद से बीजेपी सांसद वरुण गांधी के सरकार के खिलाफ तेवर आक्रामक हो गए हैं. मुद्दा किसानों का हो या कृषि कानून वापसी का लखीमपुर में घटित हुई घटना हो या फिर पीलीभीत का बांसुरी महोत्सव बीजेपी सांसद वरुण गांधी लगातार अपनी ही सरकार की नीतियों के खिलाफ हमला बोलते नजर आ रहे हैं. ऐसे में पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिख संविदा कर्मचारियों की मांगें उठाई हैं.
सांसद वरुण गांधी ने लिखा कि दो दिवसीय दौरे पर जब मैं अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत गया था. इस दौरान 19 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर विभिन्न विभागों में तैनात संविदा कर्मचारियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुझे अवगत कराया गया कि 4 अक्टूबर 2021 को लखनऊ में संविदा कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में आयोजित एक सम्मेलन में आप द्वारा मनरेगा संविदा कर्मचारियों की मांगो को मानने का आश्वासन दिया गया था. जिसमें एक महीने में एचआर पॉलिसी लागू करने, रोजगार सेवकों को जॉब कार्ड में अन्य कार्य जोड़े जाने, रोजगार सेवकों की समाप्ति से पहले मनरेगा उपायुक्त की सहमति लेने, मानदेय से कोई कटौती न करने जैसी चीजों को पूरा करने की घोषणा की गई थी. इस बात को करीब ढाई महीने गुजर गए हैं. उक्त समस्याओं के समाधान के लिए कोई शासनादेश जारी नहीं किया गया है. जिससे उत्तर प्रदेश के करीब 42 हजार संविदा कर्मचारियों के परिवार समेत उनमें रोष व्याप्त है.
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इसके साथ ही बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने लिखा है कि ऊपर संविदा कर्मचारियों और उनके परिवार के हित को ध्यान में रखते हुए मामले पर जल्द ही शासनादेश लागू करने का कष्ट करें. आपको बता दें कि इससे पहले भी सांसद वरुण गांधी गन्ना मूल्य बढ़ोतरी और धान खरीद की नीति में सुधार करने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख चुके हैं.
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