पीलीभीत: आम जनमानस की समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री महेंन्द्र सिंह हमेशा एक्टिव नजर आते है. मंत्री महेंन्द्र सिंह अक्सर जनता के बीच जाते रहते हैं. मूसलाधार बारिश के चलते मंत्री महेंन्द्र सिंह ने एक बार फिर जनता के बीच दिखे बाढ़ग्रस्त इलाकों के दौरे पर निकले. बता दें कि पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश के बाद पीलीभीत के कुछ गांव बाढ़ की चपेट में आ गये थे. ऐसे में इन इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह पीलीभीत पहुंचे. वहीं हवाई सर्वेक्षण वर्तमान हालातों का जायजा लेने के बाद जल शक्ति मंत्री महेंन्द्र सिंह ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. जल शक्ति मंत्री ने बाढ़ को प्राकृतिक आपदा घोषित करते हुए प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की बात कही है.
बता दें कि पीलीभीत में शारदा नदी में छोड़े गए 547000 क्यूसेक पानी से शारदा नदी के किनारे बसे तकरीबन 1 दर्जन से अधिक गांव चपेट में आए थे. यहां कई गांवों में पानी भर जाने के कारण बहुत से ग्रामीण अपने-अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर रहने को मजबूर थे. ऐसे में बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन करने और बाढ़ के वर्तमान हालातों को जानने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह पीलीभीत पहुंचे. जल शक्ति मंत्री ने कलीनगर तहसील और पूरनपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गाभिया, रामनगरा, चंदिया हजारा, नोजलिया, बूंदी भूर, गोरख डिब्बी, कंबोज नगर जैसे दर्जनों गांव का हवाई सर्वेक्षण कर वर्तमान हालात का जायजा लिया.
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हवाई सर्वेक्षण करने के बाद जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह पीलीभीत पुलिस लाइन्स पहुंचे. वहां उन्होने कलेक्ट्रेट परिसर में बने सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और राहत बचाव कार्य के लिए दिशानिर्देश जारी किये. इसके साथ ही मंत्री महेंद्र सिंह पत्रकारों से भी रूबरू हुए. बताते चलें कि इससे पहले भी जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह अन्य कई बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण कर चुके हैं.
प्राकृतिक आपदा घोषित हुई बाढ़
जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने कहा कि बाढ़ को प्राकृतिक आपदा घोषित किया गया है. प्राकृतिक आपदा के नियमानुसार ही लोगों को मुआवजा दिया जाएगा. जिन लोगों की फसल बर्बाद हुई है उनकी फसलों का आंकलन कर जल्द उन्हें मुआवजा दिया जाएगा, जिनकी पशु हानि हुई है उनको भी मुआवजा दिया जाएगा. जिन लोगों के घर बाढ़ की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गए हैं उनको भी जल्द से जल्द राहत पहुंचाने का काम किया जाएगा.