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बीजेपी की रणनीति के आगे सपा चारों खाने चित, पीलीभीत में भी भगवा ने गाड़ा झंडा

उत्तर प्रदेश में चल रहा जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव रोमांचक होता जा रहा है. चुनाव में जीत के लिए साम, दाम, दंड और भेद सबका इस्तेमाल धड़ल्ले से जारी है. प्रदेश की कुछ सीटों को छोड़कर सभी पर सपा और भाजपा की आमने-सामने की टक्कर है. पीलीभीत में जिस तरह से राजनीति देखने को मिली वो हर किसी को हैरान करने वाली है.

बीजेपी की रणनीति के आगे सपा चारों खाने चित
बीजेपी की रणनीति के आगे सपा चारों खाने चित
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Published : Jun 29, 2021, 12:21 PM IST

Updated : Jun 29, 2021, 2:29 PM IST

पीलीभीतः भारतीय जनता पार्टी की रणनीति के आगे एक बार फिर समाजवादी पार्टी फेल होती नजर आई. पीलीभीत सीट पर जिला जिला पंचायत सदस्यों के जोड़-घटाव के बाद सपा भारी दिखाई दे रही थी. पार्टी के नेता भी आत्मविश्वास से भरे थे, लेकिन आज जो हुआ वो सपा खेमे में न सिर्फ हड़कंप मचा दिया बल्कि नेताओं और कार्यकर्ताओं में बेचैनी भी बढ़ा दी.

दरअसल, हाल ही के दिनों पहले भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए स्वामी प्रवक्ता नंद को पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बनाया था. प्रवक्ता नंद ने सपा की तरफ से नामांकन भी दर्ज करा चुके थे. सपा की तरफ से बीजेपी उम्मीदवार डॉ. दलजीत कौर के खिलाफ आपत्ति भी दाखिल की गई. हालांकि आपत्ति को प्रशासन ने मौखिक बायन जारी कर खारिज कर दिया.

अचानक उलट गईं परिस्थितियां

कल तक जिले में दोनों पार्टियां अपने उम्मीदवार जिताने के लिए गुणा-गणित लगा रही थी, लेकिन आज जो हुआ वह हर किसी को हैरान करने वाला है. सपा उम्मीदवार स्वामी प्रवक्ता नंद बड़े काफिले के साथ कलेक्ट्रेट में नाम वापस लेने पहुंच गए. उनके साथ भाजपा शहर विधायक संजय सिंह गंगवार और भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप समेत तमाम अन्य नेता मौजूद थे.

मीडिया से बात करते बीजेपी नेता स्वामी प्रवक्ता नंद

पढ़ें- प्रयागराजः 40 लाख रुपये के साथ पकड़े गए सपा एमएलसी डॉ. मानसिंह

यह सब देख समाजवादी पार्टी हक्का-बक्का रह गई. जिस बागी बीजेपी नेता को उन्होंने अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया था, ऐन मौके पर वह पार्टी छोड़कर घर वापसी कर लिया. लोग इसे भाजपा का राजनीतिक स्टंट मानकर चल रहे हैं.

पिछड़ों पर उत्पीड़न का आरोप लगा बीजेपी छोड़े थे स्वामी प्रवक्ता नंद

बता दें कि सांसद वरुण गांधी के खासम खास माने जाने वाले स्वामी प्रवक्ता नंद ने पार्टी में पिछड़ों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए भाजपा को छोड़ सपा का दामन थाम लिया था. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने स्वामी प्रवक्ता नंद को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया था. जिसके बाद पीलीभीत में यह माना जा रहा था कि सपा अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में कामयाब हो जाएगी, लेकिन भाजपा की रणनीति के आगे समाजवादी पार्टी फेल होती नजर आई है. मंगलवार को कलेक्ट्रेट में सपा के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवार से स्वामी प्रवक्ता नंद ने अपना नाम वापस ले लिया और फिर भाजपा में शामिल हो गए हैं.

दल बल के साथ नाम वापस लेने पहुंचे स्वामी प्रवक्ता नंद

समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार स्वामी प्रवक्ता नंद बड़े काफिले के साथ कलेक्ट्रेट में नाम वापस लेने पहुंचे वही भाजपा के इस कारनामे के आगे सपा की हर हर रणनीति फेल होती नजर आई इस मौके पर शहर विधायक संजय सिंह गंगवार भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप समेत तमाम अन्य नेता मौजूद रहे.

स्वामी प्रवक्ता नंद
स्वामी प्रवक्ता नंद ने उम्मीदवारी से नाम वापस लिया

राजनीति में सच कौन बोलता है- प्रवक्ता नंद

भाजपा में शामिल होते ही स्वामी प्रवक्ता नंद ने कहा कि राजनीति में सच कौन बोलता है. राजनीति के शब्दों में सब कुछ जायज है, राजनीति में कोई सच नहीं बोलता. बता दें कि स्वामी प्रवक्ता नंद दल बदलने के माहिर खिलाड़ी है. कई बार वो भाजपा का साथ छोड़कर अन्य पार्टियों की सदस्यता ग्रहण की और चुनाव लड़े. बरखेड़ा विधानसभा से विधायक का टिकट ना होने पर स्वामी प्रवक्ता नंद 2017 में रालोद पार्टी से बरखेड़ा विधानसभा का चुनाव भी लड़े थे. अब एक बार फिर जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी ना बनाए जाने पर स्वामी प्रवक्ता नंद ने भाजपा त्याग कर सपा की सदस्यता ली थी, लेकिन पार्टी द्वारा कैसे स्वामी को मनाया गया यह पर्दे के पीछे का खेल है.

निर्विरोध हुईं भाजपा की डॉ. दलजीत कौर

भाजपा द्वारा अधिकृत प्रत्याशी घोषित की गई डॉ. दलजीत कौर जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अब निर्विरोध हो गई हैं. डॉ. दलजीत कौर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वह जनता के विकास के लिए कार्य करेंगे और स्वामी प्रवक्ता नंद का सपाइयों से धोखा करने के लिए धन्यवाद भी किया.


निर्विरोध अध्यक्ष चुनने के लिए किया था प्लान

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप ने कहा कि स्वामी प्रवक्ता नंद हमारे अभिनंदन है जो सपा में सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए गए थे. मकसद पूरा होने के बाद स्वामी प्रवक्ता न सिर्फ भाजपा में वापस आ गए हैं. स्वामी जी हमेशा से बीजेपी कार्यकर्ता हैं और रहेंगे.

पीलीभीतः भारतीय जनता पार्टी की रणनीति के आगे एक बार फिर समाजवादी पार्टी फेल होती नजर आई. पीलीभीत सीट पर जिला जिला पंचायत सदस्यों के जोड़-घटाव के बाद सपा भारी दिखाई दे रही थी. पार्टी के नेता भी आत्मविश्वास से भरे थे, लेकिन आज जो हुआ वो सपा खेमे में न सिर्फ हड़कंप मचा दिया बल्कि नेताओं और कार्यकर्ताओं में बेचैनी भी बढ़ा दी.

दरअसल, हाल ही के दिनों पहले भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए स्वामी प्रवक्ता नंद को पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बनाया था. प्रवक्ता नंद ने सपा की तरफ से नामांकन भी दर्ज करा चुके थे. सपा की तरफ से बीजेपी उम्मीदवार डॉ. दलजीत कौर के खिलाफ आपत्ति भी दाखिल की गई. हालांकि आपत्ति को प्रशासन ने मौखिक बायन जारी कर खारिज कर दिया.

अचानक उलट गईं परिस्थितियां

कल तक जिले में दोनों पार्टियां अपने उम्मीदवार जिताने के लिए गुणा-गणित लगा रही थी, लेकिन आज जो हुआ वह हर किसी को हैरान करने वाला है. सपा उम्मीदवार स्वामी प्रवक्ता नंद बड़े काफिले के साथ कलेक्ट्रेट में नाम वापस लेने पहुंच गए. उनके साथ भाजपा शहर विधायक संजय सिंह गंगवार और भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप समेत तमाम अन्य नेता मौजूद थे.

मीडिया से बात करते बीजेपी नेता स्वामी प्रवक्ता नंद

पढ़ें- प्रयागराजः 40 लाख रुपये के साथ पकड़े गए सपा एमएलसी डॉ. मानसिंह

यह सब देख समाजवादी पार्टी हक्का-बक्का रह गई. जिस बागी बीजेपी नेता को उन्होंने अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया था, ऐन मौके पर वह पार्टी छोड़कर घर वापसी कर लिया. लोग इसे भाजपा का राजनीतिक स्टंट मानकर चल रहे हैं.

पिछड़ों पर उत्पीड़न का आरोप लगा बीजेपी छोड़े थे स्वामी प्रवक्ता नंद

बता दें कि सांसद वरुण गांधी के खासम खास माने जाने वाले स्वामी प्रवक्ता नंद ने पार्टी में पिछड़ों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए भाजपा को छोड़ सपा का दामन थाम लिया था. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने स्वामी प्रवक्ता नंद को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया था. जिसके बाद पीलीभीत में यह माना जा रहा था कि सपा अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में कामयाब हो जाएगी, लेकिन भाजपा की रणनीति के आगे समाजवादी पार्टी फेल होती नजर आई है. मंगलवार को कलेक्ट्रेट में सपा के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवार से स्वामी प्रवक्ता नंद ने अपना नाम वापस ले लिया और फिर भाजपा में शामिल हो गए हैं.

दल बल के साथ नाम वापस लेने पहुंचे स्वामी प्रवक्ता नंद

समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार स्वामी प्रवक्ता नंद बड़े काफिले के साथ कलेक्ट्रेट में नाम वापस लेने पहुंचे वही भाजपा के इस कारनामे के आगे सपा की हर हर रणनीति फेल होती नजर आई इस मौके पर शहर विधायक संजय सिंह गंगवार भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप समेत तमाम अन्य नेता मौजूद रहे.

स्वामी प्रवक्ता नंद
स्वामी प्रवक्ता नंद ने उम्मीदवारी से नाम वापस लिया

राजनीति में सच कौन बोलता है- प्रवक्ता नंद

भाजपा में शामिल होते ही स्वामी प्रवक्ता नंद ने कहा कि राजनीति में सच कौन बोलता है. राजनीति के शब्दों में सब कुछ जायज है, राजनीति में कोई सच नहीं बोलता. बता दें कि स्वामी प्रवक्ता नंद दल बदलने के माहिर खिलाड़ी है. कई बार वो भाजपा का साथ छोड़कर अन्य पार्टियों की सदस्यता ग्रहण की और चुनाव लड़े. बरखेड़ा विधानसभा से विधायक का टिकट ना होने पर स्वामी प्रवक्ता नंद 2017 में रालोद पार्टी से बरखेड़ा विधानसभा का चुनाव भी लड़े थे. अब एक बार फिर जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी ना बनाए जाने पर स्वामी प्रवक्ता नंद ने भाजपा त्याग कर सपा की सदस्यता ली थी, लेकिन पार्टी द्वारा कैसे स्वामी को मनाया गया यह पर्दे के पीछे का खेल है.

निर्विरोध हुईं भाजपा की डॉ. दलजीत कौर

भाजपा द्वारा अधिकृत प्रत्याशी घोषित की गई डॉ. दलजीत कौर जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अब निर्विरोध हो गई हैं. डॉ. दलजीत कौर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वह जनता के विकास के लिए कार्य करेंगे और स्वामी प्रवक्ता नंद का सपाइयों से धोखा करने के लिए धन्यवाद भी किया.


निर्विरोध अध्यक्ष चुनने के लिए किया था प्लान

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष संजीव प्रताप ने कहा कि स्वामी प्रवक्ता नंद हमारे अभिनंदन है जो सपा में सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए गए थे. मकसद पूरा होने के बाद स्वामी प्रवक्ता न सिर्फ भाजपा में वापस आ गए हैं. स्वामी जी हमेशा से बीजेपी कार्यकर्ता हैं और रहेंगे.

Last Updated : Jun 29, 2021, 2:29 PM IST
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