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बाढ़ का तांडव: बदलते रहे साल, पीलीभीत में किसानों का वही हाल

यूपी के पीलीभीत में बढ़ते जलस्तर से तटीय क्षेत्रों के कई गांव नदी के कहर से परेशान हैं. कटान से दर्जनों ग्रामीणों की कई एकड़ जमीन शारदा में समा चुकी है. जिले में हर साल कई गांव शारदा के कटान से प्रभावित होते हैं, बावजूद इसके रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है.

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बाढ़ की विभीषिका से किसान परेशान.
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Published : Aug 25, 2020, 3:17 PM IST

पीलीभीत: जिले के कलीनगर बॉर्डर और ट्रांस शारदा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक गांव के लोग नदी के कहर से परेशान हैं. अब तक कटान से दर्जनों ग्रामीणों की कई एकड़ भूमि शारदा में समा चुकी है. ग्रामीण तबाही का मंजर देख सुरक्षित स्थान पर जाने की योजना बना रहे हैं. नदी का बहाव देख ग्रामीणों की रातों की नींद उड़ी हुई है. इस क्षेत्र के कई गांव हर साल शारदा का प्रकोप झेलते हैं, फिर भी इसकी रोकथाम के लिए कोई उचित इंतजाम नहीं किए गए.

गांवों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार हर साल करोड़ों रुपये का बजट जारी करती है. मिलीभगत से बचाव कार्य की धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है. इसका खामियाजा नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है. इन दिनों क्षेत्र के गांव गभिया सहराई के निकट शारदा नदी तबाही मचाए हुए है. मार्जिनल बांध के साथ वर्षों पुराना स्पर नदी में धीरे-धीरे समा रहा है. इस समय नदी का बहाव काफी तेज है. इससे कटान भी तेज हो गया है.

बाढ़ की विभीषिका से किसान परेशान.

गांव समेत आसपास रहने वाले दर्जनों किसानों की कई एकड़ जमीन शारदा में समा चुकी है. भूमि पर धान, गन्ना, केला सहित अन्य फसल भी शारदा में बहती हुई दिखाई दे रही है. लोग नदी के कटान से काफी परेशान हैं. शारदा लगातार कटान करती हुई गांव के नजदीक पहुंच रही है.

दर्जनों किसानों की कई एकड़ जमीन नदी के कटान से प्रभावित हो चुकी है, सभी लोगों में भय देखा जा रहा है. पूरनपुर तहसील के ट्रांस शारदा क्षेत्र के गांव नेहरोसा, राणा प्रताप नगर, राहुलनगर, मजदूर बस्ती सहित कई गांवों में शारदा का कहर देखा जा रहा है. ऐसे में विभाग बचाव कार्य के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है. समय रहते बचाव कार्य किए जाएं तो ग्रामीणों की काफी हद तक मदद हो सकती है.

आखिर सालों से क्यों नहीं थम रहा कटान

हिमालय की तलहटी में बसे पीलीभीत में अक्सर बरसात के समय शारदा नदी से कटान का खतरा बढ़ जाता है. पहाड़ों पर होने वाली लगातार बारिश से पानी शारदा नदी में आता है, जिसके बाद शारदा नदी का बहाव लगातार तेज हो जाता है. इसके चलते पूरनपुर तहसील क्षेत्र के कई गांव शारदा नदी के तेज बहाव में बह जाते हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहुल नगर जैसे कई क्षेत्र हैं, जिनको बचाने के लिए प्रतिवर्ष कई लाख रुपये का बजट सरकार से आता है, लेकिन गांव को सुरक्षित करने के बजाय लाखों रुपये का बंदरबांट हो जाता है. हर वर्ष की तरह पूरा गांव तेज बहाव के चलते कटान का शिकार हो जाता है.

जनपद पीलीभीत पूरनपुर तहसील क्षेत्र का गांव राहुल नगर शारदा नदी से करीब होने के चलते अक्सर शारदा नदी से होने वाले कटान का शिकार हो जाता है. शारदा नदी कटान करते हुए गांव के अंदर पहुंच चुकी है. शारदा नदी गांव के समीप खाली पड़े 20 मीटर के भूखंड को अपने आगोश में ले लिया है. लोग घरों से अपना सामान निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाने में लगे हुए हैं.

सालों से हालात जस के तस
पूरनपुर तहसील के राहुल नगर इलाके को शारदा नदी से होने वाले कटान से बचाने के लिए बाढ़ खंड विभाग द्वारा कई लाख रुपये के कामों को किया जाता है, लेकिन हर वर्ष की तरह शारदा नदी का कटान बढ़ता रहता है, लेकिन लाखों रुपये से होने वाले बचाव कार्य का पूरी तरह से बंदरबांट हो जाता है.

डीएम ने दिए आदेश
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने शारदा नदी से होने वाले कटान पर कहा कि इसको लेकर सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले कटान को लेकर काफी सख्त दिशा निर्देश दिए गए हैं. सांची जनपद पीलीभीत पूरनपुर तहसील क्षेत्र का राहुल नगर बेहद ही संवेदनशील इलाका है, जहां पर अक्सर कटान होता रहता है. वहां पर एडीएम को लगातार निरीक्षण करने के आदेश दिए गए हैं. इसकी रोकथाम के लिए किए जा रहे पुराने कामों को लेकर जांच के आदेश भी दिए गए हैं.

पीलीभीत: जिले के कलीनगर बॉर्डर और ट्रांस शारदा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक गांव के लोग नदी के कहर से परेशान हैं. अब तक कटान से दर्जनों ग्रामीणों की कई एकड़ भूमि शारदा में समा चुकी है. ग्रामीण तबाही का मंजर देख सुरक्षित स्थान पर जाने की योजना बना रहे हैं. नदी का बहाव देख ग्रामीणों की रातों की नींद उड़ी हुई है. इस क्षेत्र के कई गांव हर साल शारदा का प्रकोप झेलते हैं, फिर भी इसकी रोकथाम के लिए कोई उचित इंतजाम नहीं किए गए.

गांवों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार हर साल करोड़ों रुपये का बजट जारी करती है. मिलीभगत से बचाव कार्य की धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है. इसका खामियाजा नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है. इन दिनों क्षेत्र के गांव गभिया सहराई के निकट शारदा नदी तबाही मचाए हुए है. मार्जिनल बांध के साथ वर्षों पुराना स्पर नदी में धीरे-धीरे समा रहा है. इस समय नदी का बहाव काफी तेज है. इससे कटान भी तेज हो गया है.

बाढ़ की विभीषिका से किसान परेशान.

गांव समेत आसपास रहने वाले दर्जनों किसानों की कई एकड़ जमीन शारदा में समा चुकी है. भूमि पर धान, गन्ना, केला सहित अन्य फसल भी शारदा में बहती हुई दिखाई दे रही है. लोग नदी के कटान से काफी परेशान हैं. शारदा लगातार कटान करती हुई गांव के नजदीक पहुंच रही है.

दर्जनों किसानों की कई एकड़ जमीन नदी के कटान से प्रभावित हो चुकी है, सभी लोगों में भय देखा जा रहा है. पूरनपुर तहसील के ट्रांस शारदा क्षेत्र के गांव नेहरोसा, राणा प्रताप नगर, राहुलनगर, मजदूर बस्ती सहित कई गांवों में शारदा का कहर देखा जा रहा है. ऐसे में विभाग बचाव कार्य के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है. समय रहते बचाव कार्य किए जाएं तो ग्रामीणों की काफी हद तक मदद हो सकती है.

आखिर सालों से क्यों नहीं थम रहा कटान

हिमालय की तलहटी में बसे पीलीभीत में अक्सर बरसात के समय शारदा नदी से कटान का खतरा बढ़ जाता है. पहाड़ों पर होने वाली लगातार बारिश से पानी शारदा नदी में आता है, जिसके बाद शारदा नदी का बहाव लगातार तेज हो जाता है. इसके चलते पूरनपुर तहसील क्षेत्र के कई गांव शारदा नदी के तेज बहाव में बह जाते हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहुल नगर जैसे कई क्षेत्र हैं, जिनको बचाने के लिए प्रतिवर्ष कई लाख रुपये का बजट सरकार से आता है, लेकिन गांव को सुरक्षित करने के बजाय लाखों रुपये का बंदरबांट हो जाता है. हर वर्ष की तरह पूरा गांव तेज बहाव के चलते कटान का शिकार हो जाता है.

जनपद पीलीभीत पूरनपुर तहसील क्षेत्र का गांव राहुल नगर शारदा नदी से करीब होने के चलते अक्सर शारदा नदी से होने वाले कटान का शिकार हो जाता है. शारदा नदी कटान करते हुए गांव के अंदर पहुंच चुकी है. शारदा नदी गांव के समीप खाली पड़े 20 मीटर के भूखंड को अपने आगोश में ले लिया है. लोग घरों से अपना सामान निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाने में लगे हुए हैं.

सालों से हालात जस के तस
पूरनपुर तहसील के राहुल नगर इलाके को शारदा नदी से होने वाले कटान से बचाने के लिए बाढ़ खंड विभाग द्वारा कई लाख रुपये के कामों को किया जाता है, लेकिन हर वर्ष की तरह शारदा नदी का कटान बढ़ता रहता है, लेकिन लाखों रुपये से होने वाले बचाव कार्य का पूरी तरह से बंदरबांट हो जाता है.

डीएम ने दिए आदेश
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने शारदा नदी से होने वाले कटान पर कहा कि इसको लेकर सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले कटान को लेकर काफी सख्त दिशा निर्देश दिए गए हैं. सांची जनपद पीलीभीत पूरनपुर तहसील क्षेत्र का राहुल नगर बेहद ही संवेदनशील इलाका है, जहां पर अक्सर कटान होता रहता है. वहां पर एडीएम को लगातार निरीक्षण करने के आदेश दिए गए हैं. इसकी रोकथाम के लिए किए जा रहे पुराने कामों को लेकर जांच के आदेश भी दिए गए हैं.

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