पीलीभीत: जिले में करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 11 किलोमीटर लंबी सड़क ग्रामीणों ने उखाड़ दी. पूरे मामले का वीडियो सामने आने के बाद अब पीडब्ल्यूडी विभाग को जांच के आदेश दिए गए हैं. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर जांच में लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, पीलीभीत में कल्याणपुर गांव से न्यूरिया तक जाने वाली करीब 11 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 4.73 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है. पूरे मामले में इटावा की फर्म मैसर्स एसबीएस कंस्ट्रक्शन को टेंडर मिला है.
संस्था द्वारा सड़क को बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया. इसी बीच ग्रामीणों ने निर्माण की गुणवत्ता को दिखाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में ग्रामीण सड़क को पापड़ की तरह हाथ से उखाड़ते नजर आ रहे हैं. ऐसे में उनकी मौजूदगी में बनने वाली सड़क की गुणवत्ता पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं कि आखिर उनकी मौजूदगी में ठेकेदार ने गुणवत्ता में कैसे हेरफेर कर दिया.
पहले भी सुर्खियों में रहा ग्रामीण अभियंत्रण विभाग
यह कोई पहला मामला नहीं है कि जिले में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की सड़क को ग्रामीणों ने हाथ से उखाड़ा हो. इससे पहले भी पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में पहली और ललौरीखेड़ा इलाके में दूसरी सड़क का वीडियो वायरल हुआ था. इसमें ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता को दिखाया था. इन दोनों ही मामलों में विभागीय अधिकारियों ने ठेकेदार की लापरवाही उजागर होने पर फिर मरम्मत कराई थी. इसके बावजूद जिले में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के ठेकेदारों की मनमानी हावी है और लगातार मानकविहीन सड़क बनने का सिलसिला बदस्तूर जारी है.
अधिशासी अभियंता बोले- लापरवाही मिली तो होगी कार्रवाई
पूरे मामले पर जब ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वीडियो सामने आया था. पूरे मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग जांच कर रहा है. जांच रिपोर्ट में अगर ठेकेदार की लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी.
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