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जेल में बंद कैदी की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप - pilibhit police

यूपी के पीलीभीत में जेल में बंद एक कैदी की इलाज के दौरान सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. घटना की सूचना मिलने पर मृतक कैदी के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

जेल में बंद कैदी की इलाज के दौरान मौत
जेल में बंद कैदी की इलाज के दौरान मौत
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Published : Aug 9, 2021, 8:11 PM IST

पीलीभीत: जिले में सोमवार को जिला जेल में बंद एक कैदी की सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. घटना की जानकारी होने पर मृतक के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. मृतक कैदी के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

माधोटांडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कलीनगर कस्बे का रहने वाला मटरू गैंगस्टर के आरोपी को पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. कैदी बीते 10 माह से पीलीभीत जिला जेल में बंद था. रविवार देर रात मटरू को सीने में दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद जेल प्रशासन ने मटरू को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई. कैदी की मौत के बाद पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दी गई, जिसके बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

मृतक मटरू की रिश्तेदार रुखसार ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2 अगस्त को वह मृतक को जिला जेल में पैसे पहुंचा कर आई थी. इसके साथ ही कुछ जरूरत का सामान भी भेजवाया गया था. मृतक की रिश्तेदार का कहना है कि संभवत: कैदी को पैसों के चलते मारा गया है. मामले में जानकारी देते हुए जेल अधीक्षक शशिकांत ने बताया कि अचानक कैदी की तबीयत बिगड़ने पर कैदी को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया था, जहां इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई. परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं.

पीलीभीत: जिले में सोमवार को जिला जेल में बंद एक कैदी की सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. घटना की जानकारी होने पर मृतक के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. मृतक कैदी के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

माधोटांडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कलीनगर कस्बे का रहने वाला मटरू गैंगस्टर के आरोपी को पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. कैदी बीते 10 माह से पीलीभीत जिला जेल में बंद था. रविवार देर रात मटरू को सीने में दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद जेल प्रशासन ने मटरू को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई. कैदी की मौत के बाद पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दी गई, जिसके बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

मृतक मटरू की रिश्तेदार रुखसार ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2 अगस्त को वह मृतक को जिला जेल में पैसे पहुंचा कर आई थी. इसके साथ ही कुछ जरूरत का सामान भी भेजवाया गया था. मृतक की रिश्तेदार का कहना है कि संभवत: कैदी को पैसों के चलते मारा गया है. मामले में जानकारी देते हुए जेल अधीक्षक शशिकांत ने बताया कि अचानक कैदी की तबीयत बिगड़ने पर कैदी को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया था, जहां इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई. परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं.

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