पीलीभीतः जनपद टाइगर रिजर्व को लेकर अपनी विशेष पहचान रखता है. टाइगर की स्थापना से लेकर अब तक टाइगर रिजर्व की संख्या दोगुनी होने पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व को TX2 अवॉर्ड से नवाजा गया है. बता दें कि देश भर में टाइगर के संरक्षण को लेकर टाइगर प्रोजेक्ट चलाया हुआ है.
साल 2014 में थे मात्र 25 टाइगर
हिमालय की तलहटी में बसा जनपद पीलीभीत वन क्षेत्र को लेकर जाना जाता है, जिसके चलते 2014 में पीलीभीत को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था. 2014 में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में टाइगर की संख्या मात्र 25 थी. टाइगर प्रोजेक्ट के चलते पूरे देश में टाइगर संरक्षण के तहत टाइगर की संख्या बढ़ाई जानी थी. इसी कड़ी में साल 2018 में टाइगर की संख्या जनपद में दोगुनी से भी अधिक हो गई.
टाइगर की संख्या बढ़ने पर मिला अवॉर्ड
साल 2018 में जनपद में टाइगर की संख्या 65 पर पहुंच गई, जो कि पीलीभीत के लिए बड़ी उपलब्धि थी. इसी उपलब्धि के चलते पीलीभीत टाइगर रिजर्व को डिजिटल सेरेमनी के जरिए TX2 अवार्ड से नवाजा गया है. बता दें कि UNDP IUCN GTF CATS द्वारा टाइगर की संख्या बढ़ने को लेकर एक ऑनलाइन सेरेमनी आयोजित की गई.
कर्मचारियों की मेहनत से मिला अवॉर्डः खंडेलवाल
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने अवॉर्ड मिलने पर बेहद ही खुशी जाहिर की. उन्होंने पीलीभीत टाइगर रिजर्व को मिले इस कीर्तिमान को पीलीभीत टाइगर रिजर्व विभाग के सभी कर्मचारियों की मेहनत का फल बताया. इसका श्रेय विभाग के सभी लोगों को जाता है.