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इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पीलीभीत का नाम दर्ज, DM बोले- पीलीभीत ने कर दिखाया - Flute Festival

पीलीभीत में कुटीर उद्योग के रूप में बांसुरी बनाने का काम किया जाता है. वृंदावन में बजने वाली बांसुरी हो या फिर विदेशों में अपने सुर का कमाल दिखाने वाली बांसुरी, पीलीभीत से ही बनकर जाती है. बांसुरी को लेकर पीलीभीत ने नया इतिहास रच दिया है. दरअसल, जिले में आयोजित तीन दिवसीय बांसुरी महोत्सव के दौरान इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पीलीभीत का नाम दर्ज हुआ है.

इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पीलीभीत का नाम दर्ज
इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पीलीभीत का नाम दर्ज
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Published : Dec 19, 2021, 1:01 PM IST

पीलीभीत: बांसुरी का मुख्य रूप से उत्पादक जिला पीलीभीत है. अधिकतर इलाकों में बांसुरी को सप्लाई पीलीभीत से ही की जाती है. बांसुरी को लेकर पीलीभीत ने नया इतिहास रच दिया है. दरअसल, जिले में आयोजित तीन दिवसीय बांसुरी महोत्सव के दौरान इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पीलीभीत का नाम दर्ज हुआ है. पीलीभीत में 16 फीट की बजाने योग्य बांसुरी का निर्माण किया गया है, जो अपने आप में एक अजूबा था.

दरअसल पीलीभीत में कुटीर उद्योग के रूप में बांसुरी बनाने का काम मुख्य तौर पर किया जाता है. वृंदावन में बजने वाली बांसुरी हो या फिर विदेशों में अपने सुर का कमाल दिखाने वाली बांसुरी, पीलीभीत से ही बनकर जाती है. ऐसे में सबसे लंबी बजाने योग्य बांसुरी बनाने का नया कीर्तिमान रच पीलीभीत ने अपना नाम इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है.

इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पीलीभीत का नाम दर्ज

दरअसल गुजरात के जामनगर में 11 फुट की बजाने योग्य बांसुरी बनाकर विश्व रिकॉर्ड का कीर्तिमान रचा गया था. जिस रिकॉर्ड को पीलीभीत में आयोजित बांसुरी महोत्सव के दौरान ध्वस्त किया और यहां के कारीगरों ने 16 फुट की बजाने योग्य बांसुरी बनाई है.

यह भी पढ़ें- पूर्वांचल के बड़े ब्राह्मण चेहरे सपा के साथ, बाहुबली और अधिवक्ता संगठन के लोग लगा रहे अखिलेश की जय-जयकार


शनिवार देर रात शहर के ड्रमंड इंटर कॉलेज में आयोजित बांसुरी महोत्सव के दौरान यह नया कीर्तिमान रचा गया. जिसमें कारीगरों द्वारा 16 फुट की बजाने योग्य बांसुरी बनाई गई. इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ से आई टीम ने इस पूरे निर्माण का सर्वे किया और मानकों को परखा. जिसके बाद पीलीभीत को सबसे लंबी बांसुरी बनाने वाले जिले के रूप में पहचान मिली और पीलीभीत का नाम इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया.

तीन दिवसीय महोत्सव का हुआ आयोजन

जिलाधिकारी पुलकित खरे की पहल पर बांसुरी नगरी में बांसुरी की थीम पर तीन दिवसीय बांसुरी महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव के दौरान हास्य कलाकार राजपाल यादव, प्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर, जाने-माने शायर वसीम बरेलवी समेत तमाम कलाकार अपनी प्रस्तुति देने के लिए पीलीभीत पहुंचे. वहीं बांसुरी वादक राजेंद्र प्रसन्ना जैसे कई बड़े नाम भी पीलीभीत में अपने बांसुरी वादन की कला को प्रदर्शित करने जनता के बीच पहुंचे.

101 बांसुरी द्वारा होगा समापन

पीलीभीत में आयोजित इस बांसुरी महोत्सव का समापन रविवार देर शाम शहर के ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज में किया जाएगा. समापन के लिए एक अनोखा कार्यक्रम जिलाधिकारी द्वारा तय किया गया है. इस कार्यक्रम के तहत 101 बांसुरी बजाने वाले बांसुरी बजा कर कार्यक्रम का समापन करेंगे, जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है.

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पीलीभीत: बांसुरी का मुख्य रूप से उत्पादक जिला पीलीभीत है. अधिकतर इलाकों में बांसुरी को सप्लाई पीलीभीत से ही की जाती है. बांसुरी को लेकर पीलीभीत ने नया इतिहास रच दिया है. दरअसल, जिले में आयोजित तीन दिवसीय बांसुरी महोत्सव के दौरान इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पीलीभीत का नाम दर्ज हुआ है. पीलीभीत में 16 फीट की बजाने योग्य बांसुरी का निर्माण किया गया है, जो अपने आप में एक अजूबा था.

दरअसल पीलीभीत में कुटीर उद्योग के रूप में बांसुरी बनाने का काम मुख्य तौर पर किया जाता है. वृंदावन में बजने वाली बांसुरी हो या फिर विदेशों में अपने सुर का कमाल दिखाने वाली बांसुरी, पीलीभीत से ही बनकर जाती है. ऐसे में सबसे लंबी बजाने योग्य बांसुरी बनाने का नया कीर्तिमान रच पीलीभीत ने अपना नाम इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है.

इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पीलीभीत का नाम दर्ज

दरअसल गुजरात के जामनगर में 11 फुट की बजाने योग्य बांसुरी बनाकर विश्व रिकॉर्ड का कीर्तिमान रचा गया था. जिस रिकॉर्ड को पीलीभीत में आयोजित बांसुरी महोत्सव के दौरान ध्वस्त किया और यहां के कारीगरों ने 16 फुट की बजाने योग्य बांसुरी बनाई है.

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शनिवार देर रात शहर के ड्रमंड इंटर कॉलेज में आयोजित बांसुरी महोत्सव के दौरान यह नया कीर्तिमान रचा गया. जिसमें कारीगरों द्वारा 16 फुट की बजाने योग्य बांसुरी बनाई गई. इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ से आई टीम ने इस पूरे निर्माण का सर्वे किया और मानकों को परखा. जिसके बाद पीलीभीत को सबसे लंबी बांसुरी बनाने वाले जिले के रूप में पहचान मिली और पीलीभीत का नाम इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया.

तीन दिवसीय महोत्सव का हुआ आयोजन

जिलाधिकारी पुलकित खरे की पहल पर बांसुरी नगरी में बांसुरी की थीम पर तीन दिवसीय बांसुरी महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव के दौरान हास्य कलाकार राजपाल यादव, प्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर, जाने-माने शायर वसीम बरेलवी समेत तमाम कलाकार अपनी प्रस्तुति देने के लिए पीलीभीत पहुंचे. वहीं बांसुरी वादक राजेंद्र प्रसन्ना जैसे कई बड़े नाम भी पीलीभीत में अपने बांसुरी वादन की कला को प्रदर्शित करने जनता के बीच पहुंचे.

101 बांसुरी द्वारा होगा समापन

पीलीभीत में आयोजित इस बांसुरी महोत्सव का समापन रविवार देर शाम शहर के ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज में किया जाएगा. समापन के लिए एक अनोखा कार्यक्रम जिलाधिकारी द्वारा तय किया गया है. इस कार्यक्रम के तहत 101 बांसुरी बजाने वाले बांसुरी बजा कर कार्यक्रम का समापन करेंगे, जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है.

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