पीलीभीत: पीलीभीत जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत परखने के लिए जिला अधिकारी ने सात अन्य अधिकारियों के साथ औचक निरीक्षण की. इस दौरान जिला अस्पताल में बरती जा रही अव्यवस्थाओं की पोल खुल गई. वहीं, अस्पताल में व्याप्त लापरवाही को देखते हुए अब जिलाधिकारी ने सीएमएस को स्पष्टीकरण तलब किया है. शनिवार को जिला अधिकारी पुलकित खरे ने जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत परखने के लिए सात अन्य मजिस्ट्रेट के साथ जिला अस्पताल में औचक छापेमारी की कार्रवाई की. जिलाधिकारी के इस निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल के सर्जरी विभाग में तैनात दो डॉक्टर ड्यूटी से गायब मिले. जिलाधिकारी के नेतृत्व में तमाम अन्य मजिस्ट्रेट ने जिला अस्पताल के अलग-अलग विभागों का निरीक्षण किया और स्वास्थ सेवाओं की हकीकत को परखा.
मरीजों का जाना हाल-चाल
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने अपने निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल में दवा लेने आए मरीजों से बातचीत की और दवा की उपलब्धता व स्वास्थ्य सेवाओं संबंधी तमाम जानकारियां भी मरीजों से ली गई. जिलाधिकारी ने निरीक्षण की कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सात अन्य मजिस्ट्रेट के साथ जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया.
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निरीक्षण के दौरान सर्जरी विभाग में तैनात दो वरिष्ठ डॉक्टर अपने केबिन में नहीं मिले, जिस पर उनका एक दिन का वेतन रोकने का आदेश किया गया है. इसके साथ ही सीएमएस को दोनों डॉक्टरों के स्पष्टीकरण के साथ तलब किया गया है.
जिलाधिकारी बोले लंबे समय से मिल रही थी शिकायत
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जिला अस्पताल में तमाम अव्यवस्थाओं को लेकर उन्हें लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी. जिसको लेकर शनिवार को अचानक उन्होंने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया.
उनके साथ आए अन्य मजिस्ट्रेट ने भी जिला अस्पताल के अलग-अलग विभागों को चेक किया है, जो खामियां मिली है. उनको तुरंत दुरस्त कराने के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
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