पीलीभीत : पीलीभीत जनपद में जंगली हाथियों के उत्पात से परेशान किसानों ने टाइगर रिजर्व के मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर किसानों ने टाइगर रिजर्व प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. किसानों का आरोप है कि जंगली हाथियों के गांव में घुसने की खबर प्रशासन को देने के बाद भी अधिकारी/कर्मचारी नहीं आते हैं. टाइगर रिजर्व के अधिकारी/कर्मचारी सिर्फ खाना-पूर्ति करते लौट जाते हैं. टाइगर रिजर्व के आस-पास के कई गांव में दहशत का महौल बना हुआ है.
जंगली हाथी किसानों की फसल तहस-नहस कर देते हैं. हाथियों ने कई लोगों के घर भी गिरा दिए हैं. प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि टाइगर रिजर्व के अधिकारियों/कर्मचारियों के कारण ही किसानों की फसलें बर्बाद हो रहीं हैं. टाइगर रिजर्व के मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ सपा नेता व यूपी सरकार में पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा भी मौजूद रहे. इस मौके पर सपा नेता ने कहा कि अगर टाइगर रिजर्व का प्रशासन समय रहते कोई कार्रवाही नहीं करेगा, तो किसानों की समस्या को लेकर सपा सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगी.
सपा नेता ने कहा कि नेपाली हाथी जंगल से सटे गांव में किसानों की फसलें उजाड़ रहे हैं. टाइगर रिजर्व के जिम्मेदार अधिकारी/कर्मचारी हाथियों को जंगल के अंदर खदेड़ने की बात करते हैं. लेकिन जमीनी हकीकत यह है, कि किसान हाथियों के आतंक से त्रस्त हो चुके हैं. सैकड़ों एकड़ फसल हाथियों ने तहस-नहस कर दी है. बता दें, कि इंडो-नेपाल बॉर्डर की सीमा को क्रास करके नेपाली हाथी पीलीभीत टाइगर रिजर्व में दाखिल हो गए हैं. नेपाल से आए हाथी टाइगर रिजर्व के आस-पास के गांवों में लगभग 25 दिनों से उत्पात मचा रहे हैं.
स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी शिकायत टाइगर रिजर्व के अधिकारियों से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. तंग आकर रविवार को स्थानीय लोगों ने टाइगर रिजर्व के मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांग है कि नेपाल से आए हाथियों का उचित प्रबंध किया जाए, ताकि किसानों की फसल बर्बाद न हो.
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